
रफ्तार डेस्क, नई दिल्ली। राजस्थान में विधानसभा चुनाव नजदीक हैं, इस बीच कांग्रेस नेता सचिन पायलट ने आज टोंक सीट से पर्चा भरा और दावा किया कि राजस्थान में कांग्रेस की वापसी तय है। सीएम गहलोत से विवादों के बीच उन्होंने खास बात कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़ेगे और सोनिया गांधी से बातचीत कर बीती बातों को भूलकर आगे बढ़ने का सुझाव स्वीकार कर लिया है।
BJP उठा सकती थी गहलोत-सचिन के विवाद का फायदा
राजस्थान सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट के मध्य मुख्यमंत्री की कुर्सी को लेकर लंबे समय से चल रहे विवाद का पूरा फायदा भाजपा उठा सकती है। कांग्रेस पार्टी ये कतई मंजूर नहीं करेगी क्योंकि कांग्रेस 2014 से भाजपा को हटाने का संघर्ष कर रही है। इसलिए पार्टी हाईकमान ने सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट की नाराज़गी को दूर करने का निर्णय लिया।
नामांकन प्रक्रिया हुई पूरी
आज सचिन पायलट ने निर्वाचण आयोग में नामांकन प्रक्रिया पूरी कर दी है, इस बात की खुशी कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धूमधाम से मनाई। टोंक विधानसभा सीट पर आगामी चुनावों में कौन बाज़ी मारेगा, ये तो वक्त ही बताएगा।
सचिन पायलट का गढ़ है टोंक
सचिन पायलट बीते वर्षों में टोंक विधानसभा से एक बार भी चुनाव नही हारे, टोंक विधानसभा उनका राजनैतिक गढ़ माना जाता है। सचिन पायलट गुर्जर समाज से हैं और इस विधानसभा क्षेत्र में गुर्जर समाज की आबादी अधिक है, इसलिए कांग्रेस पार्टी नहीं चाहती कि सचिन पायलट इस समय नाराज़गी जताकर राजस्थान विधानसभा चुनाव में पार्टी का नुकसान करें।
अन्य खबरों के लिए क्लिक करें:- www.raftaar.in