नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। आगामी लोकसभा चुनाव सिर पर है मुरादाबाद और रामपुर सीट पर समाजवादी पार्टी की नई मुसीबत पैदा हो गई है। पहले चरण में होने वाले चुनाव का नामांकन भरने का आज आखिरी दिन है। मुरादाबाद सीट पर एसटी हसन और रूचि वीरा के बीच कड़ी टक्कर चल रही है।
मुरादाबाद सीट पर एक पार्टी के 2 नेताओं का आया दिल
समाजवादी पार्टी के नेता एक-दूसरे को धकेलने में लगे हैं। पार्टी के खेमे में आज पूरे दिन हलचल नजर आई। एसटी हसन ने 26 मार्च को लोकसभा चुनाव में हिस्सा लेने के लिए मुरादाबाद से नामांकन भरा। इसके बावजूद रूचि वीरा ने आज मुरादाबाद सीट से नामांकन भरा। उन्होंने कहा कि पार्टी हाईकमान से आश्वासन मिलने के बाद उन्होंने यह कदम उठाया। अखिलेश यादव ने उन्हें मुरादाबाद से नामांकन भरने के लिए मना नहीं किया है। रूचि वीरा को आजम खान का करीबी माना जाता है। अब स्थिति ये है कि एसटी हसन और रूचि वीरा दोनों ने ही नामांकन कर दिया है।
रामपुर में भी बढ़ी सपा की मुसीबत
एक मुसीबत थमी नहीं कि दूसरी मुसीबत अखिलेश यादव के सामने खड़ी हो गई। अभी तक मुरादाबाद में ही सपा का पेंच फंसा था और अब रामपुर में भी यही कहानी शुरु हो गई है। आजम खान के जेल जाने से रामपुर के सपा कार्यकर्ता चाहते थे कि अखिलेश यादव यहां से चुनाव लड़ें लेकिन अखिलेश यादव ने चुनाव लड़ने से इनकार कर दिया इस बात से नाराज होकर पार्टी कार्यकर्ताओं ने चुनाल बॉयकोट करने का आहवाहन किया। पार्टी हाइकमान ने इसलिए सोच-विचार कर ऐसे प्रत्याशी को रामपुर से उतारा जिसके खिलाफ कोई बयानबाज़ी नहीं कर सकता। सपा ने रामपुर से इमाम मोहिबुल्ला नदवी को उम्मीदवार बना दिया है। मोहिबुल्लाह नदवी दिल्ली में संसद वाली मस्जिद में नमाज पढ़ाते हैं और रामपुर के ही रहने वाले हैं। रामपुर की स्वार तहसील में इमाम मोहिबुल्लाह का गांव है।
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