नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। लोकसभा चुनाव को लेकर सभी राजनीतिक दलों ने अपनी कमर कस ली है। सभी दल जहां सोच विचार करके अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर रहे हैं। वहीं समाजवादी पार्टी में उम्मीदवारों को बदलने का सिलसिला आम होता दिख रहा है। समाजवादी पार्टी ने मेरठ में अतुल प्रधान को लोकसभा का टिकट दिया था। लेकिन बाद में पार्टी ने उनका टिकट काटकर सुनीता वर्मा को दे दिया। जाहिर है कि इस तरह के निर्णय से एक प्रत्याशी को खुशी और दूसरे को दुख जरूर हुआ होगा। पार्टी को टिकट जारी करने से पहले अच्छे से सोच विचार करना चाहिए था। इसी मुद्दे को लेकर राष्ट्रीय लोक दल(RLD) के मुखिया जयंत चौधरी ने समाजवादी पार्टी पर तंज किया है
जयंत चौधरी ने विपक्ष पर कसा तंज
राष्ट्रीय लोक दल (RLD) के मुखिया जयंत चौधरी ने समाजवादी पार्टी के मुखिया पर तंज कसते हुए सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर लिखा "विपक्ष में क़िस्मत वालों को ही कुछ घंटों के लिए लोक सभा प्रत्याशी का टिकट मिलता है! और जिनका टिकट नहीं कटा, उनका नसीब…" दरअसल अतुल प्रधान को समाजवादी पार्टी ने मेरठ से लोकसभा चुनाव का टिकट दिया था। अतुल ने 3 अप्रैल 2024 को नामांकन भी दाखिल कर दिया था। लेकिन पार्टी ने ऐसे समय में उनका टिकट काटकर सुनीता वर्मा को दे दिया। जिसको लेकर जयंत चौधरी ने यह तंज कसा है। अतुल प्रधान ने तो लोकसभा चुनाव के लिए अपना नामांकन तक कर लिया था, इसको लेकर चर्चाओं का बाजार गरम है और कहा जा रह है कि अतुल प्रधान समाजवादी पार्टी से इस्तीफा दे सकते हैं।
समाजवादी पार्टी ने मुरादाबाद से भी प्रत्याशी को बदला था
समाजवादी पार्टी टिकट बंटवारे को लेकर सही से निर्णय नहीं ले पा रही है। कभी एक का टिकट काटकर दूसरे को देना, फिर उसका भी टिकट काटकर तीसरे को देना साबित करता है कि पार्टी को सोच समझ कर एक बार में ही निर्णय लेना चाहिए। मेरठ से जिस प्रत्याशी(अतुल प्रधान) को लोकसभा का टिकट दिया गया था, पहले वो टिकट पार्टी ने भानु प्रताप को दिया था। लेकिन सोमवार को समाजवादी पार्टी ने भानु प्रताप का टिकट काटकर अतुल प्रधान को दे दिया। फिर जब अतुल प्रधान लोकसभा चुनाव के लिए नामांकन कर लेते हैं तो उनका भी टिकट काटकर सुनीता वर्मा को दे देते हैं। समाजवादी पार्टी ने मुरादाबाद से भी प्रत्याशी को बदला था।
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