
गोरखपुर, (हि.स.)। गीताप्रेस के ट्रस्टी बैद्यनाथ अग्रवाल का निधन हो गया है। उन्होंने शुक्रवार रात करीब ढाई बजे गोरखपुर के हरिओम नगर स्थित अपने निवास पर अंतिम सांस ली। ये पिछले 40 वर्षों तक गीताप्रेस के ट्रस्टी रहे हैं। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गीता प्रेस गोरखपुर के ट्रस्टी बैजनाथ अग्रवाल के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया है। उन्होंने उनके पुत्र देवी दयाल अग्रवाल से बात कर सांत्वना दी।
बैजनाथ अग्रवाल 90 वर्ष के थे
गीताप्रेस के ट्रस्टी बैजनाथ अग्रवाल 90 वर्ष के थे। शुक्रवार की रात लगभग 02:30 बजे उन्होंने हरिओम नगर स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। उनका अंतिम संस्कार बनारस में गंगा तट पर होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। इधर, इनके निधन की खबर मिलते ही शुभचिंतकों में शोक की लहर दौड़ पड़ी।मुख्यमंत्री योगी
मुख्यमंत्री ने जताया शोक
शोक संदेश में मुख्यमंत्री योगी ने भी स्व. अग्रवाल की सेवाओं का जिक्र किया है और कहा है कि 'विगत 40 वर्षों से गीता प्रेस के ट्रस्टी के रूप में बैजनाथ का जीवन सामाजिक जागरूकता और मानव कल्याण के लिए समर्पित रहा। वह ईश्वर के अनन्य भक्त थे। बैजनाथ के निधन से समाज को अपूरणीय क्षति हुई है।' मुख्यमंत्री योगी ने परिजनों से बातकर उन्हें ढांढस बंधाया है। बता दें कि बैद्यनाथ अग्रवाल समाजसेवी भी रहे हैं। गीता प्रेस के माध्यम से उनका धार्मिक एवं सामाजिक जुड़ाव भी रहा है।
गीता प्रेस गोरखपुर का चयन वर्ष 2021 के गांधी शांति पुरस्कार के लिए किया था
उल्लेखनीय है कि केंद्र सरकार ने गीता प्रेस गोरखपुर का चयन वर्ष 2021 के गांधी शांति पुरस्कार के लिए किया था। गीता प्रेस ट्रस्ट ने सम्मान तो स्वीकार कर लिया, लेकिन पुरस्कार स्वरूप मिलने वाली एक करोड़ रुपये की धनराशि लेने से इनकार किया था।