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रेसटा ने की कोरोना बचाव की सामग्री उपलब्ध करवाने की मांग

जोधपुर, 30 अप्रैल (हि.स.)। राजस्थान में शिक्षकों की कोरोना बचाओ अभियान में ड्यूटी 14 महीनों से लगातार लग रही है। जिला प्रशासन की ओर से अलग-अलग जिलों में टीकाकरण के लिए जागरूकता अभियान में भी शिक्षक लगाए गए है। विभिन्न विद्यालयों एवं चिकित्सालय तथा गांव में शिक्षक अपनी सेवाएं दे रहे हैं लेकिन इन शिक्षकों को कोरोना संक्रमण रोकथाम के लिए मास्क, सैनिटाइजर, ग्लब्स सहित कोरोना से बचाव के कोई संसाधन उपलब्ध नहीं कराए गए हैं इतना ही नहीं फ्रंट लाइन में काम कर रहे शिक्षकों को कोरोना वॉरियर्स का दर्जा भी नहीं दिया गया है। शिक्षक संघ एलीमेंट्री सैकेंडरी टीचर एसोसिएशन (रेसटा) के प्रदेशाध्यक्ष मोहर सिंह सलावद व प्रदेश प्रवक्ता धर्मेन्द्र कुमार धर्मी ने बताया कि ड्यूटी दे रहे शिक्षकों में भारी नाराजगी बढ़ती जा रही है। पिछले साल शिक्षकों को कुछ सामग्री उपलब्ध कराई गई थी लेकिन संक्रमण की घातक लहर में इस वर्ष कुछ भी नहीं मिला। इस कारण शिक्षकों के सामने कई तरह की परेशानी आ रही है। शिक्षक फील्ड में जाते हुए भयभीत हो रहे हैं। इतना ही नहीं टीकाकरण जागरुकता के लिए स्कूल परिक्षेत्र में जब घर-घर जाते हैं तो लोग घर का दरवाजा नहीं खोलते हैं ना ठीक ढंग से जवाब देते हैं लोग टीकाकरण को लेकर जानकारी भी उपलब्ध नहीं कराते हैं इससे शिक्षकों की परेशानी बढ़ जाती है। शिक्षक जान जोखिम में डालकर अपना फर्ज निभा रहे हैं। प्रशासन साधन उपलब्ध नहीं करवा रहा: जिलाध्यक्ष रामेंद्र गुर्जर ने बताया कि कोविड-19 आया तब से शिक्षक सरकार के साथ संक्रमण रोकथाम तथा बचाव के लिए रात दिन लगे हुए हैं लेकिन शिक्षकों को कोरोना से बचाने की संसाधन सरकार तथा प्रशासन उपलब्ध नहीं करा रही है। टीकाकरण जागरूकता अभियान में प्रत्येक स्कूल से 2 शिक्षकों को लगाया है। राज्य भर में 65 हजार स्कूलों के एक लाख 30 हजार शिक्षकं ड्यूटी दे रहे हैं तथा इसके अलावा बीएलओ की ड्यूटी दे रहे हैं जिनके पास से बचाव का कोई साधन उपलब्ध नहीं है। शिक्षकों का सरकार ने शिक्षकों की भावनाओं को आहत किया है। संघ के प्रदेश महामंत्री ऋषि पाकड़, प्रदेश कोषाध्यक्ष श्यामसुंदर बिश्नोई, प्रदेश महिला मंत्री विमला महरिया ने कहा कि राज्य सरकार के सरकारी योजनाओं की जानकारी के अनुसार काम कर रहे शिक्षकों की भावनाओं को समझ कर उन्हे संसाधन उपलब्ध करवाए जिससे शिक्षक खुद सुरक्षित रह सके व शिक्षकों को कोरोना वॉरियर्स का दर्जा दिलवाने का आदेश जारी करें। हिन्दुस्थान समाचार/सतीश / ईश्वर

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