नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। हरियाणा में 5 एकड़ जमीन की कथित खरीद-बिक्री को लेकर पहली बार कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी वाड्रा का नाम प्रवर्तन निदेशालय के आरोपपत्र में शामिल किया गया है। सूत्रों ने आज सुबह बताया कि उनके पति, व्यवसायी रॉबर्ट वाड्रा का भी नाम है, लेकिन किसी को भी "आरोपी" के रूप में सूचीबद्ध नहीं किया गया है। आरोप पत्र एक एनआरआई व्यवसायी सीसी थम्पी और भारतीय मूल के ब्रिटिश नागरिक सुमित चड्ढा के खिलाफ दायर किया गया था।
रियल एस्टेट का है मामला
ईडी का मानना है कि उन्होंने भगोड़े हथियार डीलर संजय भंडारी की मदद की है। जिस पर अन्य कानूनों के अलावा आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम का उल्लंघन करने का आरोप है। अपने अपराधों की आय को छिपाने में। एजेंसी जिस पर अक्सर केंद्र के आदेश पर विपक्षी नेताओं के खिलाफ कार्रवाई करने का आरोप लगाया जाता है प्रियंका गांधी वाड्रा के दिल्ली स्थित रियल एस्टेट एजेंट एचएल पाहवा के साथ लेनदेन का उल्लेख किया है, जिन्होंने 2006 में फरीदाबाद में अपनी कृषि भूमि बेची थी और 4 साल बाद, फिर से वही ट्रैक्ट खरीदा।
मामले में कई नाम आए सामने
इसके अलावा, ईडी के सूत्रों ने बताया, अप्रैल 2006 में फरीदाबाद के अमीपुर गांव में प्रियंका गांधी वाड्रा के नाम पर एक घर कथित तौर पर खरीदा गया था और उसी समय जमीन पाहवा को वापस बेच दी गई थी। पाहवा वही एजेंट हैं जिनसे रॉबर्ट वाड्रा ने कथित तौर पर 2005 और 2006 के बीच अमीपुर में 40.8 एकड़ जमीन खरीदी थी और दिसंबर 2010 में उसे वापस बेच दी थी। 486 एकड़ के लिए एक समान सौदा थम्पी द्वारा निष्पादित किया गया था।
ईडी ने पहले के आरोपपत्रों में रॉबर्ट वाड्रा का नाम लिया
2020 में उनकी गिरफ्तारी के बाद वे जमानत पर हैं। ईडी ने पहले के आरोपपत्रों में रॉबर्ट वाड्रा का नाम लिया था। जिनके बारे में एजेंसी का दावा है कि उनका थम्पी के साथ "लंबा और गहरा रिश्ता" है। वाड्रा से पहले भी ईडी ने अन्य मामलों में पूछताछ की है और उन्होंने सभी गलत कामों से इनकार किया है, लेकिन यह पहली बार है कि कांग्रेस नेता के पति का नाम इस विशेष मामले में लिया गया है। इसके अलावा, ईडी के सूत्रों ने बताया, अप्रैल 2006 में फरीदाबाद के अमीपुर गांव में प्रियंका गांधी वाड्रा के नाम पर एक घर कथित तौर पर खरीदा गया था और उसी समय जमीनc पाहवा को वापस बेच दी गई थी।
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