Chandrayaan-3: चंद्रयान-3 ने तय की दो तिहाई दूरी, आज चांद के ऑर्बिट में पहुंचेगा चंद्रयान
नई दिल्ली, हि.स.। चंद्रयान-3 को चंद्रमा की परिधि में पहुंचने में अब केवल 24 घंटे का ही वक्त लगेगा। अंतरिक्ष यान ने चंद्रमा की लगभग दो-तिहाई दूरी तय कर ली है। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने शुक्रवार को ट्वीट करके कहा कि चंद्रयान-3 ने दो तिहाई दूरी पूरी कर ली है। इस मिशन की शुरूआत में ही चंद्रमा की परिधि में पहुंचने का समय 5 अगस्त के लिए निर्धारित किया गया है। कल परिधि के पास पहुंचने पर (एलओआई) अर्थात लूनर ऑफरेशन इंजेक्शन शुरू किया जाएगा।
24 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर होगी सॉफ्ट लैंडिंग
उल्लेखनीय है कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने चंद्रयान-3 मिशन को 14 जुलाई को दोपहर 2 बजकर 35 मिनट पर लांच किया था। चंद्रयान-3 कल चंद्रमा की कक्षा में पहुंचने के लगभग 40 दिन बाद 24 अगस्त को चंद्रमा की सतह पर सॉफ्ट लैंडिंग कर सकता है। मौजूदा समय में चंद्रयान चंद्रमा की कक्षा में स्थापित किए जाने से कुछ ही दूरी पर है।
क्या है चंद्रयान 3 का लक्ष्य?
इसरो के एक अधिकारी ने कहा हमारा लक्ष्य इसे 13 जुलाई को प्रक्षेपित करने का है। चंद्रयान-3 मिशन के तहत चंद्रमा के चट्टानों की ऊपरी परत की थर्मोफिजिकल विशेषताएं, चंद्रमा पर भूकंप आने की बारंबारता, चंद्रमा की सतह पर प्लाज्मा वातावरण और उपकरण उतारे जाने वाले स्थान के निकट तत्वों की संरचना का अध्ययन करने वाले उपकरण भेजे जाएंगे। इसरो अधिकारियों के अनुसार, लैंडर और रोवर पर लगे इन वैज्ञानिक उपकरणों को 'चंद्रमा का विज्ञान' विषय में रखा जाएगा, जबकि प्रायोगिक उपकरण चंद्रमा की कक्षा से पृथ्वी का अध्ययन करेंगे, जिन्हें 'चंद्रमा से विज्ञान' विषय में रखा जाएगा।