mother-tongue-awakening-committee-meeting-concluded-in-borakhai-tea-garden
mother-tongue-awakening-committee-meeting-concluded-in-borakhai-tea-garden

बोराखाई चाय बागान में मातृभाषा जागरण समिति की बैठक संपन्न

कछार (असम), 08 मार्च (हि.स.)। कछार जिला के बोराखाई चाय बागान में मातृभाषा स्वाभिमान जागरण समिति की एक बैठक बागान के प्रबंधक डीएन सिंह की अध्यक्षता में आयोजित की गई। बैठक में जनगणना के समय अपनी मातृभाषा सही-सही लिखवाने के लिए एक समिति का गठन किया गया। अमरदीप नोनिया को अध्यक्ष, अर्जुन गौड़ को उपाध्यक्ष, शिवसागर कुर्मी को सचिव तथा सनत कुमार गौड़ को समिति में सह सचिव का दायित्व दिया गया। समिति की केंद्रीय कार्यकारी अध्यक्ष दिलीप कुमार ने बैठक में कहा कि जनगणना में सही-सही मातृभाषा नहीं लिखवाने के कारण हिंदीभाषी एवं चाय जनगोष्ठी के साथ विभिन्न क्षेत्र में अन्याय और भेदभाव हो रहा है। जहां पर बराक वैली में हमारी जनसंख्या एक तिहाई के आसपास है, वहां पर हमें सात प्रतिशत दिखाया जा रहा है। इस अन्याय को इस जनगणना के जरिए रोकना है। सोमवार को दिलीप कुमार ने बताया कि रविवार को आयोजित बैठक में उपस्थित सभी सदस्यों ने एक स्वर से स्वीकार किया कि मातृभाषा नहीं लिखवाने के कारण समाज की बहुत क्षति हो रही है। बैठक में संकल्प लिया गया कि प्रत्येक व्यक्ति कम से कम 13 परिवार में जागरण पत्रक लेकर संपर्क करेगा और उनसे भी अनुरोध करेगा कि वे लोग भी 13 परिवारों में जाएं और एक श्रृंखला बनाई जाए ताकि, घर-घर तक यह संदेश पहुंचे। बैठक को मंच के महासचिव राजन कुंवर ने भी संबोधित किया। बैठक का संचालन शिवकुमार ने किया। बैठक में उपस्थित प्रमुख व्यक्तियों में गोविंद लाल गौड़, राधेश्याम कुर्मी, श्यामसुंदर दुसाध, देवनाथ नोनिया, रितेश नोनिया, मोती लाल गौड़, रामशरण रविदास, मुन्ना गौड़, शामधारी नोनिया, मदन गौड़, कन्हाई लाल नोनिया आदि मौजूद थे। हिंदीभाषी समन्वय मंच के अध्यक्ष राम सिंहासन चौहान के नेतृत्व में रविवार को दुर्गाकोना एवं चातला बस्ती में जनसंपर्क अभियान चलाया गया। ज्ञात हो कि समिति के नेतृत्व में चाय बागान इलाके में पिछले काफी समय से मातृभाषा को लेकर जागरूकता फैलाने के लिए अभियान चलाया जा रहा है। माना जा रहा है कि इस बार के जनगणना में इलाके में रहने वाले हिंदीभाषियों की सही तस्वरी सामने आएगी। हिन्दुस्तान समाचार/ अरविंद

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in