इजराइल के खिलाफ प्रोटेस्ट करना पड़ा भारी; Google ने 28 कर्मियों को निकाला, प्रोटेस्ट देखने वालों की भी गई जॉब

गूगल के क्लाउड कम्प्यूटिंग कॉन्ट्रेक्ट, प्रोजेक्ट निंबस, जो कि इजराइल के साथ मिलकर किया जा रहा था उसके खिलाफ प्रदर्शन किया। यह धरना प्रदर्शन गूगल के कैलिफोर्निया औऱ न्यू यॉर्क ऑफिस में किया गया।
Google fires its employee over protest against project nimbus
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नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। गूगल ने अप्रैल महीने में अपने 28 कर्मियों को फायर कर दिया। दरअसल इन लोगों ने गूगल के क्लाउड कम्प्यूटिंग कॉन्ट्रेक्ट, प्रोजेक्ट निंबस, जो कि इजराइल के साथ मिलकर किया जा रहा था उसके खिलाफ प्रदर्शन किया। यह धरना प्रदर्शन गूगल के कैलिफोर्निया औऱ न्यू यॉर्क ऑफिस में किया गया। प्रदर्शन करने वाले कुछ लोगों ने गूगल क्लाउड के सीईओ, थॉमस कुरियन के दफ्तर को कब्जा लिया था, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।

चार मिनट पड़े भारी

हालांकि रिपोर्ट्स के अनुसार, गूगल ने न केवल प्रदर्शन करने वालों को फायर किया। बल्कि कुछ ऐसे लोगों को भी फायर किया जो केवल प्रदर्श देख रहे थे। एक पूर्व गूगल कर्मी ने बताया कि कंपनी ने उसे केवल इस बात पर फायर किया कि उसने मात्र 4 मिनट के लिए प्रदर्शन देखा।

रात में ही कर दिया फायर

एक मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, गूगल के एक पूर्व कर्मी जो कि 3 साल से इंजिनीयर पद पर कार्यरत था उसे प्रदर्शन देखने के लिए फायर कर दिया गया। उसके अनुसार वह लंच के दौरान गूगल के न्यू यॉर्क ऑफिस में था, जब उसने करीब 20 लोगों को एक जैसी टी-शर्ट पहने जमीन पर बैठकर धरना देते हुए देखा। उसके अनुसार उसने किसी भी प्रदर्शनकारी से कोई बात नहीं की। वह लौटकर अपना काम करने डेस्क पर पहुंचा और अगले दिन शाम 5 बजे के करीब देखने गया कि क्या प्रदर्शनकारी अभी भी वहीं है? इसके अलावा उसके चंद मिनट उनसे बात की। जिसके बाद उसे रात में मेल मिला कि उसे कंपनी ने फायर कर दिया है।

2021 में प्रोजेक्ट पर हुए हस्ताक्षर

कैलिफॉर्निया और न्यूयॉर्क में चल रहे यह प्रदर्शन केवल इजराइल के साथ प्रोजेक्ट निंबस पर काम करने की वजह से चल रहा है। इस प्रोजेक्ट पर 2021 में साइन किया गया था। प्रदर्शनकारी गूगल के उस विभाग से थे जो कंपनी के बिजनस फैसलों के लिए काफी खुलकर बोलने के लिए जाना जाता है।

सीईओ का दफ्तर पर कब्जा

विरोध तब और बढ़ गया जब मंगलवार को कर्मचारियों के एक समूह ने गूगल क्लाउड के सीईओ थॉमस कुरियन के दफ्तर पर आठ घंटे से अधिक समय तक कब्जा कर लिया। उन्होंने ट्विच लाइवस्ट्रीम के दौरान अपनी मांगों की घोषणा करते हुए अपने धरने का सीधा प्रसारण किया। इन मांगों में गूगल द्वारा इजरायली सेना और सरकार के साथ सभी संबंधों को खत्म करना और श्रमिकों के बीच "स्वास्थ्य और सुरक्षा संकट" को संबोधित करना शामिल था।

देर रात हुए 28 कर्मी फायर

जैसे ही रात हुई, कंपनी के एक अधिकारी ने प्रदर्शनकारियों से संपर्क किया, उन्हें सूचित किया कि उन्हें प्रशासनिक अवकाश पर रखा गया है और उनसे परिसर खाली करने का अनुरोध किया गया। लेकिन जब कर्मियों ने जाने से मना कर दिया तो पुलिस को बुलाया गया और कर्मियों को गिरफ्तार कर लिया गया। गिरफ्तारी के बाद गूगल ने प्रदर्शन में शामिल सभी 28 कर्मियों को फायर कर दिया।

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