नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। इजरायल ने ईरान के इस्फहान ऐयरपोर्ट के पास मिसाइल से ताबाड़तोड़ हमला किया है। इजरायल ने ईरान से 14 अप्रैल का बदला लिया है। दोनों देशों में कई दिनों से तनावग्रस्त हालात बने हुए हैं। अमेरिका मीडिया ने इस हमले का खुलासा किया। इज़रायल ने पहले ही ईरान को मिसाइल हमले की चेतावनी दी थी।
इस्फहान शहर में किया हमला
इजरायल ने दावा किया है कि उसने ईरान के इस्फहान शहर में हमला किया है। इस जगह पर ईरान का न्यूक्लियर प्लांट भी मौजुद है। इस हमले के बाद ईरान ने सभी हवाई सेवाओं को बंद कर दिया है। आसपास के इलाकों में भय और डर का माहौल बन गया है। ईरानी पुलिस ने और बचावकर्मियों ने बचाव अभियान शुरु कर दिया है।
सीरीया और ईराक भी इज़रायल के निशाने पर
ईरान ने इस हमले के बाद इमरजेंसी मीटिंग बुलाई है। इस मीटिंग में इज़रायल के जवाबी हमले का ईरान बदला लेने की नीति बना सकता है। इज़रायल ने ईरान के 9 ठिकानों को निशाना बनाया है। इन ठिकानों में सीरीया और ईराक भी शामिल है। इज़रायल का दावा है कि सीरीया और ईराक ने ईरान की मदद की थी।
क्या है दोनों में विवाद?
दरअसल हुआ ये कि हाल ही में सीरिया में आतंकी कार्यवाई के दौरान इजरायल से गलती से ईरान के एक कमांडर की मौत हो गई। इसके बाद दोनों देशों के बीच हमला तनाव बढ़ गया। ईरान के उपर जवाबी कार्यवाई का दवाब बढ़ गया है। ईरान अगर ऐसा नहीं करता है तो उसे लोग 'पेपर टाइगर' समझ लेंगे। माना जा रहा है कि ईरानी इसी वजह से इजरायल पर मिसाइल और ड्रोन की मदद से हमला करना चाहता है। इजरायल ने अपने देश की सुरक्षा-व्यवस्था बढ़ा दी है। इस मामले में इजरायल की मदद करने के लिए अमेरिका और ब्रिटेन भी कूद सकता है। इसी कारण से विशेषज्ञों ने तीसरे विश्वयुद्ध की चिंता जाहिर की है।
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