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ब्लैक फंगस के इंजेक्शन 36 गुना अधिक कीमत पर बेचने वाले गिरफ्तार

नई दिल्ली, 24 मई (हि.स.)। दक्षिण जिले के साकेत थाना पुलिस ने एंफोटेरेसिन-बी इंजेक्शन की ब्लैक मार्केटिंग के मामले में दो आरोपितों को गिरफ्तार किया है। दोनों के कब्जे से 20 इंजेक्शन एंफोटेरेसिन -बी, तीन मोबाइल फोन और एक कार बरामद की है। यह इंजेक्शन ब्लैक फंगस के इलाज के लिए सबसे ज्यादा उपयोगी दवा बताई जा रही है। आरोपित इस इंजेक्शन को एमआरपी से करीब 36 गुना अधिक पर बेच रहे थे। आरोपितों की पहचान रजनीश श्रीवास्तव और मुर्तजा खान के रूप में हुई है। आरोपित रजनीश गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन का रहने वाला है, वहीं दूसरा आरोपित मुर्तजा खान दिल्ली के हर्ष विहार इलाके का रहने वाला है। दो छात्रों ने की थी शिकायत दक्षिण जिले के डीसीपी अतुल कुमार ठाकुर ने सोमवार को बताया कि अभिषेक कुमार और ऋषभ नाम के दो छात्र पुलिस स्टेशन साकेत में आए और बताया कि वह एक व्हाट्सएप ग्रुप कोविड हेल्पर के सदस्य हैं और कोविड-19 और ब्लैक फंगस के रोगियों के लिए दवाओं की आपूर्ति करते हैं। वह एक जरूरतमंद मरीज के लिए एंफोटेरेसिन-बी इंजेक्शन की व्यवस्था करने की कोशिश कर रहे थे। इसी बीच उन्होंने एक व्यक्ति से संपर्क किया, जो इंजेक्शन को अधिक कीमत पर बेच रहा है। वह एमआरपी से करीब 36 गुना मांग रहा है। कथित व्यक्ति दो लाख 26 हजार में 20 इंजेक्शन देने के लिए तैयार हो गया है। वह इंजेक्शन देने के लिए साकेत मैक्स अस्पताल आने वाला है। जाल बिछाकर किया गिरफ्तार सूचना को पुख्ता कर साकेत थाने के एसएचओ महिपाल ने बिना समय बर्बाद करते हुए एक टीम का गठन कर छापेमारी के लिए भेज दिया। टीम ने शिकायतकर्ता के साथ कुछ देर मैक्स अस्पताल के पास इंतजार किया और दोपहर करीब दो बजे एमजी- हेक्टर कार में दो व्यक्ति इंजेक्शन की डिलीवरी के लिए मैक्स अस्पताल के पास पहुंचे। हौज रानी रेड लाइट पर शिकायतकर्ता को बुलाया। दोनों व्यक्तियों ने टीम को देखकर भागने की कोशिश की लेकिन टीम ने कार में बैठे दोनों व्यक्तियों को पकड़ लिया और उक्त कार की तलाशी लेने पर उसके पास से 20 इंजेक्शन बरामद हुए। वहीं पुलिस ने आरोपित के पास से वह मोबाइल फोन भी बरामद कर लिया जिसके जरिए वह शिकायतकर्ता से बातचीत कर रहा था और प्रति इंजेक्शन 11 हजार 300 की मांग कर रहा था। आरोपी चिकित्सा उपकरणों का करता है व्यापार आरोपित रजनीश श्रीवास्तव ने लखनऊ विश्वविद्यालय से परास्नातक किया है। आरोपित अस्पतालों के लिए स्ट्रेचर आईसीयू बेड आदि जैसे चिकित्सा उपकरणों का व्यापार करता है और शाहाबाद मोहम्मदपुर गांव आईजीआईहवाई अड्डे के पास एंबुलेंस में वाहनों का काम भी करता है। दूसरा शख्स मुर्तजा खान उसका ड्राइवर है, जो इस धंधे में उसकी मदद करता था। पूछताछ में यह भी पता चला है कि रजनीश श्रीवास्तव इंजेक्शन को लखनऊ से लाया था। फिलहाल पुलिस ने दोनों आरोपितों को गिरफ्तार कर उनके खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज कर आगे की जांच कर रही है। हिन्दुस्थान समाचार/अश्वनी

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