2023 में 58 मेनबोर्ड IPO आए
चित्तौड़गढ़ डॉट कॉम के डेटा के अनुसार इस साल 58 मेनबोर्ड आईपीओ और स्मॉल और मीडियम एंटरप्राइजेज में 176 इश्यू आए हैं। यह साल 2021 में 63 के बाद सबसे अधिक हैं। साल 2007 में 108 कंपनियों ने आईपीओ के माध्यम से फंड जुटाए थे। साल 2010 में 66 कंपनियों ने पब्लिक लिस्टिंग चुनी थी। अकेले दिसंबर में 12 से अधिक कंपनियों ने 8900 करोड़ जुटाए, जो दो साल में सबसे अच्छा महीना है।
कुल राशि में 17% की गिरावट
वैसे, कुल जुटाई गई राशि एक साल पहले की अपेक्षा 17% गिरी है। यह 49,400 करोड़ पर पहुंचा, क्योंकि एवरेज टिकट साइज छोटा था। हेलियस कैपिटल इंडिया के चीफ एग्जीक्यूटिव ऑफिसर दिनशॉ ईरानी ने बताया कि मौजूदा आईपीओ वैल्युएशन काफी अधिक खींचे लगते हैं। बताया कि परफॉर्मेंस में छोटी निराशा से भी इन शेयरों में बड़ा करेक्शन आ सकता है।
लिस्टेड कंपनियों ने दिया 40% रिटर्न
BSE IPO जो ऑफरिंग बाद दो साल के लिए कंपनियों के प्रदर्शन को ट्रैक करता है, उसमें दिखा कि हाल में लिस्टेड कंपनियों ने 2023 में 40% रिटर्न दिया है। इसके मुकाबले 2022 में 29% का घाटा हुआ था। इंडेक्स तेजी के साथ 12,756.60 पर पहुंचा, जो दो साल की रिकॉर्ड ऊंचाई है।
29 कंपनियां मंजूरी का इंतजार कर रहीं
पेंटोमैथ कैपिटल एडवाइजर्स प्राइवेट में मैनेजिंग डायरेक्टर महावीर लुनावत ने कहा, 29 कंपनियां IPO के लिए रेगुलेटरी मंजूरी के इंतजार में हैं। इसमें 34 हजार करोड़ की कम्युलेटिव फंडरेजिंग शामिल है। उन्होंने बताया कि आईपीओ को लेकर उत्सुकता से बाजार की गतिविधियों को बढ़ावा मिल सकता है।
इन आईपीओ 150 गुना से अधिक सब्सक्रिप्शन
इस साल छोटे साइज के इश्यू में सबसे अधिक डिमांड दिखी। प्लाजा वायर्ड लिमिटेड और मोतीसंस ज्वेलर्स लिमिटेड ने क्रमश: 71 करोड़ और 151 करोड़ रुपए जुटाए हैं। ये आईपीओ 150 गुना से अधिक सब्सक्राइब हुए हैं। बड़े इश्यू में से टाटा टेक्नोलॉजीज की सबसे अधिक मांग रही। इसके बाद इंडियन रिन्यूएबल एनर्जी डेवलपमेंट एजेंसी और JSW इंफ्रास्ट्रक्चर का आईपीओ आता है।
इश्यू प्राइस से सबसे अधिक तेजी
शेयरों की लिस्टिंग बाद IREDA में इश्यू प्राइस से सबसे अधिक 243.3% की तेजी दिखी है। इसके बाद साइएंट डीएलएम और नेटवेब टेक्नोलॉजीज इंडिया आते हैं।
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