Ram Mandir: जब भगवान श्रीराम का सिंहासन सजेगा, फिर मनेगी दिवाली- पं. योगेन्द्र नाथ

Mirzapur: संहार हुआ है लंका में और गूंज अवध तक आई है, उस संदेशे भर के उल्लास में आज पूरी नगरी सजकर आई है, लेकिन दिवाली तो तभी आएगी जब प्रभु श्रीराम अपना सिंहासन संभालेंगे।
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मीरजापुर, हि.स.। संहार हुआ है लंका में और गूंज अवध तक आई है, उस संदेशे भर के उल्लास में आज पूरी नगरी सजकर आई है, लेकिन दिवाली तो तभी आएगी जब प्रभु श्रीराम अपना सिंहासन संभालेंगे। आस्था चाहे जो भी हो, उल्लास और आनंद की भावना हर किसी पर हावी होती है।

22 जनवरी 2024 को श्रीराम मंदिर अयोध्या में जब भगवान श्रीरामलला की मूर्ति प्रतिष्ठापित होगी, तब न केवल 500 से अधिक वर्षों का इंतजार खत्म होगा, बल्कि हिंदूओं का संकल्प भी फलीभूत होगा। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के साथ श्रीराम का राज्याभिषेक देश ही नहीं, पूरी दुनिया के लिए अविस्मरणीय क्षण होगा।

महंत पं. योगेंद्र नाथ तिवारी ने मोदी, योगी और SC का जताया आभार

श्रीराम जन्मभूमि अयोध्या में होने वाली श्रीरामलला की प्राण-प्रतिष्ठा को लेकर शहर के मध्य संकट मोचन मंदिर के महंत पं. योगेंद्र नाथ तिवारी ने कहा- सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व सुप्रीम कोर्ट के सुप्रीम फैसले को याद किया और बारम्बार उनका आभार जताया।

मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम समूचे विश्व के आदर्श हैं

उन्होंने आगे कहा कि, जब दीपोत्सव-दीपावली का समय आता है तो दिल खुशी से झूम उठता है और उत्सव चरम पर पहुंच जाता है। उन्होंने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम समूचे विश्व के आदर्श हैं। उनमें ऊंच-नीच का कोई भेदभाव नहीं था। भगवान श्रीराम राक्षसों का नाश कर अयोध्या लौटे थे। वस्तुतः भारत देश दीपावली के दिन एक शानदार दृश्य प्रस्तुत करता है। पूरा देश मंद-मंद टिमटिमाते दीयों से जीवंत हो उठता है। वास्तव में दीपावली की रात भारत ने अपनी विस्तृत सजावट और शानदार आतिशबाजी के साथ 'रोशनी के राष्ट्र' की उपाधि को फिर से परिभाषित किया है। असंख्य दीपों की रोशनी अविस्मरणीय दृश्य प्रस्तुत कर रही थी।

नौ नवम्बर 2019 को प्रशस्त हुई थी श्रीराम मंदिर निर्माण की राह
रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की तारीख तय होने के बाद से ही सनातनी श्रीराम मंदिर निर्माण को लेकर प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की इच्छाशक्ति एवं सुप्रीम कोर्ट के सुप्रीम फैसले को याद कर उनका आभार जताते थक नहीं रहे हैं। सुप्रीम फैसले से 9 नवम्बर 2019 को श्रीराम मंदिर निर्माण की राह प्रशस्त हुई थी।

अयोध्या को दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक पर्यटन हब बनाने की तैयारी
दीपावली पर हिंदूओं की आस्था का ज्वार इस कदर प्रकट हुआ कि श्रीराम मंदिर अयोध्या ने 22.23 लाख दीपों से एक बार फिर विश्व रिकार्ड बनाया। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में संस्कृति व पर्यटन विभाग तैयारी में जुटा था। आस्था व सनातन-संस्कृति की झलक श्रीराम मंदिर की स्वर्णिम आभा पूरी दुनिया को लुभा रही है।

मुख्यमंत्री योगी का लक्ष्य अयोध्या को दुनिया का सबसे बड़ा धार्मिक पर्यटन हब बनाना है। यही नहीं, दिव्य श्रीराम मंदिर आस्था के सम्मान के साथ मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम के महिमा का एहसास भी कराएगा। यह इसी से समझा जा सकता है कि खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी इस पूरे प्रोजेक्ट पर नजर रखे हुए हैं।

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