शहबाज शरीफ के गठबंधन वाली पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट पर बोला हमला,कोर्ट में घुसकर प्रदर्शनकारियों ने किया हंगामा

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख इमरान खान ने अपने लाहौर स्थित आवास पर पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर आगे की रणनीति बनाई।
शहबाज शरीफ के गठबंधन वाली पार्टी ने सुप्रीम कोर्ट पर बोला हमला,कोर्ट में घुसकर प्रदर्शनकारियों ने किया हंगामा

इस्लामाबाद, एजेंसी। पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट में कुछ प्रदर्शनकारियों के घुसने की खबर आ रही है। खबर के मुताबिक, पाक पीएम शहबाज शरीफ के गठबंधन वाली सरकार में पीडीएम पार्टी के कार्यकर्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट में घुसकर प्रदर्शन किया है। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के ट्वीट के अनुसार, शहबाज शरीफ सरकार के सत्ता में आने के बाद दूसरी बार सत्तारूढ़ गठबंधन के सदस्यों ने सोमवार को पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट पर खुलेआम हमला किया। विधानसभा चुनाव में देरी के एक मामले की सुनवाई में बाधा डालने के लिए प्रदर्शनकारियों ने शीर्ष अदालत पर धावा बोला है।

फंसाकर अगले दस साल तक जेल में रखना चाहती

इसी बीच पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने आरोप लगाया है कि पाकिस्तानी सेना उन्हें देशद्रोह के आरोप में फंसाकर अगले दस साल तक जेल में रखना चाहती है। इमरान ने सोमवार को ट्वीट कर इसे लंदन योजना यानी पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ की योजना करार दिया।

लंदन योजना के तहत हो रहा

पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री और पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख इमरान खान ने अपने लाहौर स्थित आवास पर पार्टी नेताओं के साथ बैठक कर आगे की रणनीति बनाई। बैठक के बाद ट्वीट कर उन्होंने पाकिस्तानी सेना पर गंभीर आरोप लगाए। इमरान ने कहा कि यह सब उस लंदन योजना के तहत हो रहा है, जो पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ ने लंदन में बैठकर बनाई है। इमरान ने आरोप लगाया कि उनकी बेगम बुशरा को जेल भेजने की योजना है, जिससे उन्हें अपमानित किया जा सके। साथ ही अगले 10 वर्षों के लिए उन्हें जेल में रखने के लिए राजद्रोह कानून का सहारा लिया जा रहा है।

मीडिया पर पूरी तरह नियंत्रण स्थापित कर लिया गया

इमरान खान ने कहा कि सार्वजनिक प्रतिक्रिया से बचने के लिए सेना ने दो काम किये। पहला काम पीटीआई कार्यकर्ताओं के साथ आम लोगों में आतंक फैलाया और दूसरा काम मीडिया पर पूरी तरह नियंत्रण स्थापित कर लिया गया। उन्होंने सेना पर लोगों के घरों को तोड़ने और महिलाओं के साथ मारपीट करने के भी आरोप लगाए। आरोप लगाया कि लोगों में जानबूझकर डर पैदा करने की कोशिश की जा रही है, जिससे जब सेना के लोग उन्हें गिरफ्तार करने आएं, तो लोग बाहर नहीं निकलें। आशंका जताई कि सेना के लोग फिर से इंटरनेट सेवाओं को निलंबित कर देंगे और सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगा देंगे।

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