तमिलनाडु पुलिस को सरकारी आदेश के बाद भी साप्ताहिक अवकाश मिलने पर संशय बरकरार
चेन्नई, 4 नवंबर (आईएएनएस)। तमिलनाडु के पुलिस कर्मियों को इस पर संदेह है कि क्या विभाग कांस्टेबल ग्रेड- 2 से हेड कांस्टेबल के पद पर साप्ताहिक अवकाश के संबंध में बुधवार को जारी सरकारी आदेश (जीओ) को लागू करेगा? तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम.के. स्टालिन ने 2021 के चुनाव अभियान के दौरान ग्रेड- 2 कांस्टेबल और हेड कांस्टेबल के बीच रैंक के पुलिस कर्मियों के लिए एक दिन के साप्ताहिक अवकाश का वादा किया था और बुधवार को सरकार ने उसी के संबंध में एक आदेश जारी किया। जीओ का कहना है कि यह कदम पुलिस कर्मियों के लिए अपने स्वास्थ्य की देखभाल करने और अपने परिवार के सदस्यों के साथ क्वालिटी टाइम बिताने का एक प्रयास है। एक पुलिस कांस्टेबल को आम तौर पर बिना किसी ब्रेक के 14 घंटे काम करना पड़ता है और ज्यादातर मामलों में वरिष्ठ अधिकारियों को साप्ताहिक अवकाश देने की संभावना बहुत कम होती है। अधिकांश पुलिसकर्मी इस बात को लेकर संशय में हैं कि क्या उन्हें वास्तव में साप्ताहिक अवकाश मिलेगा। नाम ना बताने की शर्त पर चेन्नई के एक पुलिसकर्मी ने कहा, पहले भी सरकार और डीजीपी ने साप्ताहिक अवकाश के आदेश जारी किए थे, लेकिन इसे कभी लागू नहीं किया गया और मुझे नहीं लगता कि यह अब भी वही होगा, क्योंकि हमारा काम ऐसा है। उन्होंने कहा कि अधिकांश पुलिसकर्मी साप्ताहिक छुट्टी के दिन के लिए प्रतिपूरक वेतन पसंद करते हैं। तमिलनाडु के पुलिस महानिदेशक सी. सिलेंद्र बाबू ने भी पुलिसकर्मियों को उनके जन्मदिन और उनकी शादी की सालगिरह पर अनिवार्य रूप से बंद करने का आदेश दिया है। पुलिसकर्मियों की राय है कि दो पूर्व डीजीपी जे. त्रिपाठी और टी.के. राजेंद्रन ने इसी तरह के सुधारों की कोशिश की थी, लेकिन कुछ भी नहीं हुआ क्योंकि वरिष्ठ अधिकारी कर्मचारियों की कमी और लंबित जांच को साप्ताहिक अवकाश न देने का कारण बताते थे। अधिकतर पुलिसकर्मियों का मानना है कि सरकार उनके द्वारा उठाए गए बिंदुओं को संज्ञान में लेकर आदेश को जल्द से जल्द लागू करेगी। --आईएएनएस एचके/आरजेएस