कोलकाता, (हि.स.)। केंद्र सरकार और पश्चिम बंगाल सरकार के बीच तकरार खत्म होने का कोई संकेत नज़र नहीं आ रहा है। 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस के दिन दिल्ली के राजपथ पर निकलने वाली झांकियां में पश्चिम बंगाल की झांकी शामिल नहीं होगी। राज्य सरकार ने अपनी ओर से जिस झांकी को प्रदर्शित करने का अनुरोध किया था, उसे केंद्र सरकार ने खारिज कर दिया है।
"कन्याश्री" की थीम पर झांकी निकालने की योजना बनाई गई थी
राज्य सचिवालय नवान्न के एक अधिकारी ने बताया है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के ड्रीम प्रोजेक्ट "कन्याश्री" की थीम पर झांकी निकालने की योजना बनाई गई थी। बच्चियों का स्कूल ड्रॉप आउट कम करने और उन्हें पठन-पाठन में वित्तीय सहायता देने की पश्चिम बंगाल सरकार की इस महत्वाकांक्षी परियोजना की प्रदर्शनी की तैयारी भी शुरू की गई थी। हालांकि केंद्र सरकार ने इसकी अनुमति नहीं दी।
इस महत्वाकांक्षी परियोजना को संयुक्त राष्ट्र से सम्मान मिल चुका है: शशि पांजा
राज्य की मंत्री शशि पांजा ने इस संबंध में कहा है कि ममता बनर्जी की इस महत्वाकांक्षी परियोजना को संयुक्त राष्ट्र से सम्मान मिल चुका है। हकीकत यह है कि केंद्र सरकार की बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ मिशन पर यह परियोजना भारी पड़ी है। इसलिए केंद्र बच्चियों को आगे लाने की ममता बनर्जी योजना को देशवासियों के समक्ष नहीं आने देना चाहता। दरअसल इससे पहले भी केंद्र और ममता बनर्जी सरकार के बीच टकराव होता रहा है। इसको लेकर ममता बनर्जी पीएम मोदी से भी मुलाकात कर चुकी हैं। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के लिए लंबित केंद्रीय धन जारी करने पर चर्चा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी। बैठक के बाद, बनर्जी ने साझा किया था कि प्रधानमंत्री ने लंबित मुद्दों के समाधान के लिए राज्य और केंद्रीय अधिकारियों के साथ एक संयुक्त बैठक का सुझाव दिया। मीडिया से बात करते हुए, बनर्जी ने उल्लेख किया था कि 155 केंद्रीय टीमें पहले ही पश्चिम बंगाल का दौरा कर चुकी हैं लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं हुई है।
खबरों के लिए क्लिक करें:- www.raftaar.in