नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। बिहार के बाद उत्तर प्रदेश में भी पार्टी नेताओं का दल-बदल प्रक्रिया शुरु हो गया है। बहुजन समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता शाह आलम उर्फ गुड्डू जमाली आज समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए हैं। गुड्डू जमाली के सपा में शामिल होने के बाद अब प्रदेश के आजमगढ़ सीट पर उलट फेर हो सकता है।
सपा को मिलेगी मजबूती
लोकसभा उपचुनाव 2022 में आजमगढ़ सीट पर दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ ने धर्मेंद्र यादव को हरा दिया था। माना जाता है कि इसमें गुड्डू जमाली ने निरहुआ को जीताने के लिए अहम भूमिका निभाई। गुड्डू जमाली आजमगढ़ में जमीन से जुड़े हुए हैं आजमगढ़ में बच्चे-बच्चे के नाम पर गुड्डू जमाली का नाम है। गुड्डू जमाली के सपा में शामिल होने से अखिलेश यादव को बड़ी मजबूती मिलेगी। सपा में गुड्डू जमाली के शामिल होने से पार्टी में आज खुशी की लहर उमड़ गई है। गुड्डू जमाली ने आज अखिलेश यादव की मौजुदगी में सपा की सदस्यता ग्रहण की।
सपा के लिए आजमगढ़ क्यों है जरुरी?
समाजवादी पार्टी की स्थापना होने के बाद से आजमगढ़ में सपा ने इतिहास रचा। सपा के संस्थापक और पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव ने आजमगढ़ से ही चुनाव जीता। यहां तक कि मुलायम सिंह यादव अपने अंतिम समय में भी आजमगढ़ के सांसद थे। उनकी मृत्यु के बाद यह सीट खाली हो गई। मुलायम सिंह यादव के बेटे अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव ने आजमगढ़ से सपा की ओर से चुनाव लड़कर जीत दर्ज की। यह सिलसिला यहीं खत्म नहीं हुआ। लोकसभा उपचुनाव 2022 में सपा के धर्मेंद्र यादव को BJP नेता दिनेश लाल यादव उर्फ निरहुआ ने हरा दिया। आजमगढ़ में अपना वर्चस्व बनाने के बावजूद सपा को आजमगढ़ से हाथ धोना पड़ा।
गुड्डू जमाली को सपा आजमगढ़ से दे सकती है विधान परिषद का टिकट
उत्तर प्रदेश में इस साल विधान परिषद की 13 सीटों पर चुनाव होने हैं ऐसे में सपा आजमगढ़ को वापसी करना चाहती है। न्यूज 24 की खबर के अनुसार, गुड्डू जमाली को सपा आजमगढ़ से विधान परिषद का टिकट दे सकती है।
खबरों के लिए क्लिक करें:- www.raftaar.in