नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। उत्तर प्रदेश में पुलिस भर्ती पेपरलीक मामले में पुलिस भर्ती बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा को पद से हटा दिया है। उनकी जगह राजीव कृष्ण को अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी सौंपी गई है। 60 पदों के लिए 48 लाख से ज्यादी अभ्यर्थी परीक्षा में शामिल हुए थे। लेकिन पेपरलीक होने के बाद लोगों ने विरोध प्रदर्शन किया।
रेणुका मिश्रा को पद से हटाया
पुलिस भर्ती पेपरलीक मामले में अधिकारियों से हुई चूक ओर लापरवाही के चलते पुलिस भर्ती बोर्ड की अध्यक्ष रेणुका मिश्रा को पद से हटा दिया गया है। रेणुका मिश्रा फिलहाल वेटिंग में हैं। प्रदेश भर में छात्रों के विरोध प्रदर्शन के बाद योगी सरकार ने परीक्षा रद्द करने का आदेश दिया था। रेणुका मिश्रा को सरकार ने इंटर्नल असेसमेंट कमेटी रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया था। लेकिन उन्होंने इस रिपोर्ट को नहीं सौंपी और न ही मामले की FIR दर्ज कराई। वहीं, RO/ARO भर्ती परीक्षा में उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग की आंतरिक जांच के बाद सख्त ऐक्शन लेते हुए परीक्षा नियंत्रक को हटाकर मामले की FIR भी दर्ज कराई। रेणुका मिश्रा की जगह राजीव कृष्ण अब पुलिस भर्ती बोर्ड परीक्षा की जिम्मेदीरी उठाएंगे।
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी ने उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा को रद्द कर पुनः कराने का फैसला लिया है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि सह परीक्षा 6 माह के भीतर ही पूर्ण शुचिता के साथ आयोजित की जाएंगी। मुख्यमंत्री का कहना है कि युवाओं की मेहनत और परीक्षा की शुचिता से खिलवाड़ करने वालों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी। इसके साथ सीएम योगी ने कहा, परीक्षा की गोपनीयता भंग करने वाले STF की रडार में हैं। अब तक कई बड़ी गिरफ्तारियां भी हो चुकी हैं।
कब होगी परीक्षा?
आपको बता दें यूपी आरक्षी भर्ती परीक्षा को निरस्त करने और इस परीक्षा को फिर से कराने को लेकर युवा लगातार विरोध प्रदर्शन कर रहें थे। अभ्यर्थियों का आरोप था कि उत्तर प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा का प्रश्न पत्र लीक हो गया था। इसके साथ उन्होंने परीक्षा में बड़े पैमाने पर धांधली के भी आरोप लगाएं थे। इसको लेकर के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यूपी आरक्षी भर्ती परीक्षा को निरस्त कर इस परीक्षा को 6 महीने के बाद परीक्षा आयोजित करने का आदेश दिया है।
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