UP News: पत्नी ने पति को कर दिया घर और करोड़ों की संपत्ति से बेदखल, अब गुजारा भत्ता देने के लिए मांग रहा भीख

UP News: मिर्जापुर में एक व्यक्ति पत्नी से परेशान होकर कलेक्ट्रेट में धरने में बैठ गया। पीड़ित पति ने धरनास्थल में बैनर भी लगा रखा है, जिसमे उसने पत्नियों से सावधान रहने के लिए लोगो से अपील की है।
Kamal Ahmed
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उत्तर प्रदेश, रफ्तार डेस्क। उत्तर प्रदेश के मिर्जापुर में एक व्यक्ति पत्नी से परेशान होकर कलेक्ट्रेट में धरने में बैठ गया। पीड़ित पति ने धरनास्थल में बैनर भी लगा रखा है, जिसमे उसने पत्नियों से सावधान रहने के लिए लोगो से अपील की है। उसका कहना है कि उसकी सुनवाई नहीं हो रही है। उसने अपनी पत्नी को गुजारा भत्ता देने की लिए एक बॉक्स बना रखा है, जिसमे उसने एक स्लिप चिपका रखी है, उसमे लिखा है पत्नी गुजारा भत्ता भीख। यह उसका प्रशासन को अपनी स्थिति से अवगत कराने का तरीका है। जो कि मीडिया की खूब सुर्खियां बटोर रहा है।

कहीं सुनवाई नहीं हो रही है, इसलिए उन्हें धरने पर बैठना पड़ा

सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार यह मामला यूपी के मिर्जापुर जिले के कटरा कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतगर्त पड़ने वाले नटवा मोहल्ले का है। इस मोहल्ले के निवासी कमाल अहमद का कहना है कि उनकी पत्नी ने उनके घर पर अपना कब्ज़ा जमा लिया है। उनका कहना है कि वह ओमान में नौकरी करते हैं। उनकी पत्नी ने 5 साल पहले उन्हें, उनके भाई और पिता को घर से निकाल दिया था। उनकी शादी को 30 साल हो गए हैं, जो वर्ष 1992 में हुई थी। उनकी कहीं सुनवाई नहीं हो रही है, इसलिए उन्हें धरने पर बैठना पड़ा।

मजबूरन उन्हें इस तरह से धरने में बैठना पड़ा

कमाल अहमद का कहना है कि उनकी पत्नी ने उन्हें घर से निकालने के साथ ही उनपर झूठा आपराधिक केस भी करा डाला। इसके साथ ही उनकी पत्नी ने उनपर गुजारा भत्ता देने के लिए कोर्ट में भी केस किया है। पीड़ित पति का कहना है कि उन्होंने न्याय पाने के लिए पिछले पांच सालो में लगातार कोर्ट के चक्कर काटें है, लेकिन कोई न्याय नहीं मिल पाया। मजबूरन उन्हें इस तरह से धरने में बैठना पड़ा।

कमाल अहमद ने पत्नियों से सावधान रहने के लिए एक बैनर भी बना रखा है

कमाल अहमद ने पत्नियों से सावधान रहने के लिए एक बैनर भी बना रखा है, जिसके माध्यम से वह पत्नियों से सावधान रहने के लिए कह रहे हैं। हो सकता है उनके साथ उनकी पत्नी ने गलत किया हो, लेकिन किसी एक महिला के कारण हर महिला के लिए ऐसा कहना उचित नहीं है। उम्मीद करते है प्रशासन और कोर्ट जल्द ही उन्हें न्याय दिला देंगे।

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