नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। देश के पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा का परिवार काफी सुर्खियों में बना हुआ है। लेकिन यह सुर्खियां नकारात्मक है। यह मामला सेक्स स्कैंडल से जुड़ा हुआ है। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवेगौड़ा के पोते प्रज्वल रेवन्ना और बेटे एचडी रेवन्ना को इस मामले का मुख्य आरोपी बताया गया है। दोनों पर यौन शोषण के आरोप लगे हैं। इतना ही नहीं इसके अलावा उनपर सेक्स वीडियो रिकॉर्ड करने, पीड़िता को धमकाने और साजिश आदि गंभीर आरोप लगे हैं। आरोप इतने गंभीर हैं कि जेडीएस पार्टी ने एचडी देवेगौड़ा से विचार विमर्श करने के बाद प्रज्वल रेवन्ना को सस्पेंड कर दिया है। प्रज्वल रेवन्ना के विदेश भाग जाने के कारण विपक्ष ने एनडीए सरकार पर जमकर निशाना साधा था।
पेनड्राइव को रिलीज करने के समय पर सवाल उठाया
जेडीएस की कोर समिति के सदस्य जीटी देवेगौड़ा ने कहा कि उनकी पार्टी महिलाओं के खिलाफ अन्याय को बर्दाश्त नहीं करती है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने इस मामले को लेकर SIT का गठन किया है। जिसका हम स्वागत करते हैं। जीटी देवेगौड़ा ने जहा कि उनकी पार्टी जांच में पूरा सहयोग करेगी। उन्होंने कहा कि जांच होने तक इस मामले में उनकी पार्टी कोई बयान नहीं देगी। उन्होंने जानकारी दी कि पूर्व पीएम देवेगौड़ा के साथ प्रज्वल रेवन्ना को पार्टी से सस्पेंड करने को लेकर विचार विमर्श किया गया था। जेडीएस की कोर समिति के सदस्य जीटी देवेगौड़ा ने सेक्स स्कैंडल मामले में पेनड्राइव को रिलीज करने के समय पर सवाल उठाया है। उनका कहना है कि चुनाव में पांच दिन बचे हैं। ऐसे समय में ऐसा करना ठीक नहीं है।
कर्नाटक सरकार ने काफी सख्त कदम उठाया है
महिलाओं के खिलाफ यौन शोषण को लेकर कर्नाटक सरकार ने काफी सख्त कदम उठाया है और पूर्व पीएम एचडी देवेगौड़ा के बेटे और पोते के सेक्स स्कैंडल मामले में एसआईटी का गठन कर दिया है। जानकारी के अनुसार एसआईटी ने इस मामले की तत्परता से जांच के लिए तीन विशेष यूनिट का गठन कर दिया है। पहली गठित विशेष टीम को मैसूर की SP सीमा लटकर लीड करेंगी और यौन उत्पीड़न के मामले की जांच करेंगे। दूसरी गठित विशेष टीम को SP सुमन डी पन्नाकर लीड करेंगी और सेक्स स्कैंडल की वीडियो और पेन ड्राइव का एनालिसिस करेगी। तीसरी गठित विशेष टीम यानि टेक्निकल टीम सबूतों के तकनीकी पहलू की जांच करेगी।
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