जम्मू, हि.स.। शिवसेना जम्मू-कश्मीर इकाई ने जम्मू संभाग के राजौरी में आतंकियों के साथ सुरक्षाबलों की मुठभेड़ में सेना के दो अधिकारियों और दो जवानों के शहादत पर गहरा रोष प्रकट किया है। पार्टी प्रदेश कार्यालय में शोक सभा का आयोजन कर दो मिनट का मौन रखा गया और वीरगति को प्राप्त हुए जवानों को भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित की गई। इसके साथ ही शोक में डूबे इनके परिवारों के प्रति संवेदनाएं व्यक्त की हैं।
हमें आतंकवाद मुक्त एक नए जम्मू-कश्मीर का सपना दिखाया
प्रदेश प्रमुख मनीश साहनी ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सब कुछ चंगा है, के ढोल पीटे जा रहे हैं मगर जमीनी हकीकत बिल्कुल विपरीत है। 5 अगस्त 2019 को जम्मू-कश्मीर को दो भागों में बांट दिया और हमारे विशेषाधिकार छीन लिए गए। हमें आतंकवाद मुक्त एक नए जम्मू-कश्मीर का सपना दिखाया गया था मगर 4 साल से अधिक का समय बीतने के बावजूद जमीनी हालातों में कोई खास बदलाव नहीं हुआ है।
आतंकवाद आज जम्मू संभाग में भी अपने पांव जमा चुका
कश्मीर में सक्रिय आतंकवाद आज जम्मू संभाग में भी अपने पांव जमा चुका है। आतंकवाद मुक्त हो चुके पुंछ और राजौरी में एक बार फिर आतंकवादी गतिविधियां तेज हो चुकी हैं। जिसका मकसद अपनी मौजूदगी का अहसास करवाने के साथ आपसी भाईचारा में सेंध लगाना है।
साहनी ने कहा कि वर्ष 2021-23 के बीच लगभग 50 भारतीय जवानों और आम लोगों को निशाना बनाया जा चुका है। रजौरी, पुंछ में इस साल करीब 15 भारतीय जवान वीरगति को प्राप्त हुए हैं। साहनी ने कहा कि इंटेलिजेंस एजेंसियों की नाकामियों और सुरक्षा बलों की स्थानीय लोगों से बढ़ती दूरियों का नतीजा है कि आतंकवादी जहां चाहे, जिसे चाहे, जब चाहे निशाना बनाने में कामयाब हो रहे हैं।
इस मौके पर पार्टी कार्यकर्ता रहे शामिल
साहनी ने आतंकवादी संगठनों को अपनी नापाक एवं कायराना हरकतों से बाज आने की चेतावनी भी दी। इस मौके पर संजीव कोहली, राज सिंह, राजू हांडा समेत कई नेता एवं कार्यकर्ता उपस्थित रहे।
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