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देश की दस स्वदेशी कंपनियों को मिले कोरोना टीका बनाने का लाइसेंस : शान्ता कुमार

पालमपुर, 21 मई (हि. स.)। हिमाचल प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री शान्ता कुमार ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को एक पत्र लिख कर यह कहा है कि कोरोना का सबसे बढ़िया ईलाज सब लोगों को वैकसीन टीका लगाना है। परन्तु टीकों की इतनी कमी है कि आज की गति से पूरे देश के लोगों को दो साल में भी टीका नही लगाया जा सकेगा। उन्होंने याद दिलवाया कि वे 2011-12 में संसद की स्थाई समिति के अध्यक्ष थे। समिति ने दवाई उद्योग पर सरकार को एक रिपोर्ट दी थी। उस में कहा था कि विदेशी वायर कम्पनी कैंसर की एक दवाई मैक्साबार दो लाख 80 हजार रू0 में बेचती थी। उस समय सरकार ने भारत की स्वदेशी कम्पनी हैदराबाद की नैटको को कम्पलसरी लाईसेंस दिया। दो लाख 80 हजार रूू की दवाई उसी गुणवत्ता की आठ हजार आठ सौ रूू में बिकने लगी। दवाई की कमी भी नही रही। कम्पनी ने पेटेंट कन्ट्रोलर से लेकर उच्च न्यायालय तक मुकदमा लड़ा। उच्च न्यायालय ने अपने ऐतिहासिक निर्णय में सरकार के पक्ष में फैसला दिया। शान्ता कुमार ने कहा कि सरकार भारत की 10 स्वेदशी कम्पनियों को टीका बनाने का कम्पलसरी लाईसेंस दें। करोड़ों की संख्या में टीके बनेगें। बहुत सस्ते दाम पर बिकेंगे। कुछ ही महीनों में पूरे भारत के लोगों को टीका लगा कर राहत दी जा सकती है। उन्होंने कहा कि जो बात उनकी कमेटी ने 10 साल पहले कही थी और जिसे 15 दिन पहले उन्होंने कहा था । अब वही बात भारत सरकार के एक विद्वान और योग्य मंत्री नितिन गडकरी जी ने कहीं है। शान्ता कुमार ने भारत सरकार से आग्रह किया है कि सरकार जल्द कम्पलसरी लाईसेंस दे और करोड़ों लोगों को राहत दें। यदि सरकार ऐसा नही करती तो कारण बताये। जो अटल जी के समय सरकार कर सकती थी वह आज की सरकार क्यों नही कर सकती। हिन्दुस्थान समाचार/सुनील/उज्जवल

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