Haryana Violence: जानिए नूंह दंगे का कौन है मास्टर माइंड? बिट्टू बजरंगी पर क्या कहते हैं एसपी नरेंद्र सिंह

Haryana Nuh Violence: ब्रजमंडल यात्रा के दौरान भड़के दंगे और हिंसा में अब तक की जांच के दौरान कोई मास्टर माइंड नहीं है, बल्कि अलग-अलग ग्रुप बनाकर घटना को अंजाम दिया गया है।
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Haryana Nuh(Photo-Social Media)

नूंह/गुरुग्राम, हि.स.। ब्रजमंडल यात्रा के दौरान भड़के दंगे और हिंसा में अब तक की जांच के दौरान कोई मास्टर माइंड नहीं है, बल्कि अलग-अलग ग्रुप बनाकर घटना को अंजाम दिया गया है। दंगों में जिन-जिन लोगों की संलिप्तता है उनकी पहचान करके पकड़ा जा रहा है जो निर्दोष हैं उन्हें छोड़ा भी जा रहा है। यह खुलासा नूंह जिला के एसपी नरेंद्र सिंह बिजारणिया ने प्रेसवार्ता के दौरान किया।

31 अगस्त को यात्रा में मकानों से हुआ था पथराव

एसपी ने बताया कि 31 अगस्त को यात्रा में जिन मकानों से पथराव किया गया है उनकी अतिक्रमण की रिपोर्ट तैयार की जा रही है और उन पर निश्चित तौर पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। एसपी ने कहा कि कई बार पुलिस के जवान सिविल ड्रेस में भी अपनी सेवाएं देते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि हिंसा के दौरान जिन लोगों ने भी हथियार का इस्तेमाल किया है उनको चिन्हित किया जा रहा है।

पुलिस की रडार पर लाइसेंसी हथियार भी

इसके अलावा जिन गांव के लोग इकट्ठे हुए थे और वहां हथियार हैं। उनके पास लाइसेंसी हथियार भी हैं, तो उनकी वेरिफिकेशन कर यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि उनका असलाह यूज तो नहीं हुआ और यूज हुआ है तो कहां पर यूज हुआ है।

बिट्टू बजरंगी पर फरीदाबाद में दर्ज हुआ मुकदमा

बिट्टू बजरंगी मामले में बोलते हुए एसपी ने कहा कि उसके खिलाफ फरीदाबाद में मुकदमा दर्ज हो चुका है, नियम अनुसार कार्रवाई की जाएगी। माननीय सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की पालना करते हुए हैट स्पीच देने अथवा फैलाने वालों पर कड़ी निगरानी रखते हुए दोषी पाए जाने पर मुकदमे दर्ज किए जा रहे हैं।

कैसे फैली थी हिंसा?

दरअसल, नूंह में हिंदू संगठनों ने हर साल की तरह इस बार भी बृजमंडल यात्रा निकालने का ऐलान किया था। हिंदू संगठनों ने प्रशासन से इसकी इजाजत भी ली थी। सोमवार को बृजमंडल यात्रा के दौरान इस पर पथराव हो गया। देखते ही देखते यह सांप्रदायिक हिंसा में बदल गया। सैकड़ों कारों को आग लगा दी गई फायरिंग हुई साइबर थाने पर भी हमला किया गया। जान बचाने के लिए सैकड़ों लोग एक मंदिर में घुस गए जिसके बाद वो बुरी तरह से फस गए। पुलिस की दखल के बाद लोगों को वहां से निकाला गया। नूंह के बाद सोहना में भी पथराव और फायरिंग हुई। यहां भी वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया। हिंसा के बाद अब तक 5 जिलों में 93 FIR दर्ज की जा चुकि है, इसके साथ 176 लोगों की गिरफ्तारी हुई है। इस मामले में आज खट्टर सरकार ने जिले के एसपी वरुण सिंगला का तबादला कर दिया।

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