Electoral Bond: लॉटरी किंग ने DMK पर लुटाया जमकर पैसा, 509 करोड़ की खाई चंदे की मलाई

New Delhi: चुनाव आयोग को दी गई जानकारी के मुताबिक लॉटरी किंग सैंटियागो मार्टिन ने डीएमके पर जमकर चंदा लुटाया है। उनकी कंपनी ने 1300 करोड़ में से अकेले DMK को 509 करोड़ रुपये दिए थे।
MK Stalin 
Santiago Martin 
Electoral Bond
MK Stalin Santiago Martin Electoral Bond Raftaar.in

नई दिल्ली, हि. स.। बीते 5 साल में इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए राजनीतिक दलों को सबसे ज्यादा चंदा देने वाली कंपनी फ्यूचर गेमिंग ने 509 करोड़ का चंदा अकेले DMK पार्टी को दिया है। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की पार्टी DMK को इलेक्टोरल बॉन्ड से कुल 665 करोड़ रुपये का चंदा मिला है।

सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर इलेक्टोरल बॉन्ड का हुआ खुलासा

DMK को सबसे ज्यादा बड़ा हिस्सा फ्यूचर गेमिंग से ही मिला है। बता दें कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद SBI ने इलेक्टोरल बॉन्ड से जुड़ा डेटा चुनाव आयोग को सौंपा और चुनाव आयोग ने अपनी वेबसाइट पर सारी जानकारी सार्वजनिक की। वहीं कोर्ट के निर्देश के बाद राजनीतिक दलों ने सीलबंद लिफाफे में चुनाव आयोग को जानकारी दी कि किस कंपनी ने इलेक्टोरल बॉन्ड से कितना चंदा दिया है।

DMK को कितना मिला चंदा?

जानकारी के मुताबिक, DMK को इलेक्टोरल बॉन्ड के जरिए कुल 656.5 करोड़ रुपये का चंदा मिला। इसमें से 77 फीसदी चंदा फ्यूचर गेमिंग की तरफ से ही मिला है जिसके ओनर सैंटियागो मार्टिन लॉटरी किंग के तौर पर मशहूर हैं। फ्यूचर गेमिंग ने यह चंदा 2019-20 और 2022-23 के बीच दिया है।

इन कंपनियों ने DMK को कितना दिया चंदा?

इस दौरान DMK को चंदा देने वालों में मेगा इन्फ्रास्ट्रक्चर (105 करोड़), इंडिया सीमेंट (14 करोड़), सन टीवी नेटवर्क (10 करोड़), त्रिवेणी (8 करोड़) और रामको सीमेंट (5 करोड़) शामिल हैं। इस तरह कुल मिलाकर इलेक्टोरल बॉन्ड से 656.5 करोड़ रुपये का चंदा मिला। चुनाव आयोग को जानकारी देते हुए DMK ने कहा था कि इस स्कीम के तहत चंदा देने वाले का नाम बताना जरूरी नहीं किया गया था। हालांकि कंपनियों ने जब बॉन्ड दिए तो उन्होंने भी जानकारी देने को लेकर कोई शर्त नहीं रखी थी। सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद जब दानदाताओं से संपर्क किया गया तो उन्होंने मदद की और पूरी जानकारी दे दी।

AIADMK को भी मिला चंदा

DMK के अलावा JDS, महाराष्ट्र गोमंतक पार्टी, ने भी अपनी जानकारी चुनाव आयोग को दी है। JDS को कुल 89.7 करोड़ रुपये इलेक्टोरल बॉन्ड से मिले। इसमें सबसे ज्यादा चंदा देने वाली कंपनी में मेघा इंजीनियरिंग शामिल है। इसके अलावा एंबै एंसी ग्रुप, जेएसडब्लूस्टील और इन्फोसिस ने भी चंदा दिया है। AIADMK ने बताया हैकि उसे 2019 में आईपीएल टीम चेन्नई सुपरकिंग्स की तरफ से 5 करोड़ रुपये का चंदा मिला था। इसके अलावा लक्ष्मी मशीन वर्क्स से 1 करोड़, टीवीएस कैपिटल फंड्स से 5 लाख का इलेक्टोरल बॉन्ड मिला था।

SP और JDU ने दिया ये बयान

वहीं SP और JDU ने 10 करोड़ के चंदे को लेकर कहा है कि उन्हें जानकारी ही नहीं है कि कौन दे गया। पार्टियों ने बताया कि यह इलेक्टोरल बॉन्ड सीलबंद लिफाफे में उनके ऑफिस में मिला था। JDU ने बताया है कि भारती एटरटेल और श्री सीमेंट लिमिटेड ने 1 और 2 करोड़ का इलेक्टोरल बॉन्ड दिया है। SP का कहना है कि 10 करोड़ के बॉन्ड बिना जानकारी के उनके ऑफिस में पोस्ट से भेज दिया गया था।

खबरों के लिए क्लिक करें:- www.raftaar.in

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in