नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। देश के पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉक्टर मनमोहन सिंह का राज्यसभा का कार्यकाल जल्द ही खत्म हो जायेगा। उन्होंने राज्यसभा सांसद के रूप में एक लंबा समय बिताया है। अगर उनके राज्यसभा सांसद के सारे कार्यकाल मिला लिए जाये तो वे 33 साल तक राज्यसभा के सदस्य रहे हैं। यानि वे 33 साल तक राज्यसभा सांसद रहे हैं। पूर्व पीएम डॉक्टर मनमोहन सिंह के साथ ही कुल 54 सांसदों का कार्यकाल भी खत्म हो रहा है।
उन्होंने वर्ष 1991 में पहली बार राज्यसभा सांसद का कार्यभार संभाला था
डॉक्टर मनमोहन सिंह पूर्व में अर्थव्यस्था से जुड़े अपने फैसलों के लिए जाने जाते हैं। जिसके लिए उन्हें काफी सराहा जाता है। उन्होंने वर्ष 1991 में पहली बार राज्यसभा सांसद का कार्यभार संभाला था। उनका नाम कांग्रेस ने राज्यसभा सांसद के नामांकित किया था। जिसमे वह आसानी से राज्यसभा के लिए चुने गए थे। उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री नरसिम्हा राव की सरकार में वित्त मंत्री का पदभार संभाला था। उस समय ही देश में आर्थिक उदारीकरण हुआ था। डॉक्टर मनमोहन सिंह की काबिलियत को देखते हुए ही उन्हें कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री पद के लिए चुना था। वह वर्ष 2004 से वर्ष 2014 तक देश के प्रधानमंत्री रहे। अब उनकी उम्र 91 है। उनके साथ ही धर्मेंद्र प्रधान, मनसुख मंडाविया जैसे कई केंद्रीय मंत्रियों का राज्यसभा का कार्यकाल भी खत्म होने वाला है। इनमे से एल मुरुगन और अश्विनी वैष्णव को छोड़कर सभी केंद्रीय मंत्री चुनाव लड़ रहे हैं।
आज एक युग का अंत हो गया है
मिली जानकारी के अनुसार राज्यसभा के 49 सांसद रिटायर हो चुके हैं और 5 अन्य सांसद आज 3 अप्रैल 2024 को रिटायर हो जायेंगे। उनका दूसरे कार्यकाल के लिए भी नामांकन हो गया है। वहीं डॉक्टर मनमोहन सिंह का राज्यसभा से रिटायरमेंट को लेकर कांग्रेस के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने एक बहुत ही भावुक पत्र लिखा है। जिसमे उन्होंने कहा कि आप राज्यसभा में अब नहीं होंगे और राजनीति से भी रिटायरमेंट ले रहे हैं। लेकिन इसके बाद भी आपकी आवाज हमेशा देश के लोगो के लिए उठती रहेगी। खड़गे ने कहा कि आप तीन दशकों से ज्यादा समय से देश की सेवा करने के बाद आज आप रिटायरमेंट ले रहे हैं, आज एक युग का अंत हो गया है।
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