नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। महादेव सट्टेबाजी मामले में एक के बाद एक आरोपियों की कड़ी जुड़ती जा रही है। 15000 करोड़ के घोटाले से जुड़े इस मामले में मुंबई साइबर सेल की SIT ने एक्टर साहिल खान को गिरफ्तार किया है। वहीं, इस मामले की जांच ED और CBI जैसी केंद्रीय जांच एजेंसियां भी कर रही हैं।
एक्टर साहिल खान मुंबई साइबर सेल के रडार में थे
एक्टर साहिल खान को 28 अप्रैल 2024 को मुंबई की एक अदालत में पेश किया गया। अदालत ने मामले की गंभीरता को देखते हुए उसे 1 मई 2024 तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है। जानकारी के अनुसार एक्टर साहिल खान की अग्रिम जमानत याचिका बंबई उच्च न्यायलय ने खारिज कर दी थी। जिसके बाद 27 अप्रैल 2024 को एक्टर साहिल खान को छत्तीसगढ़ के जगदलपुर से गिरफ्तार कर लिया गया था। एक्टर साहिल खान मुंबई साइबर सेल के रडार में थे, जिसको लेकर कुछ समय पहले उनसे पूछताछ भी की गई थी। स्टाइल और एक्सक्यूज मी एक्टर साहिल खान की चर्चित फिल्म रही है। उन्होंने कई फिल्मों में काम किया है। वह इसके साथ ही एक फिटनेस एक्सपर्ट भी हैं।
महादेव सट्टेबाजी ऐप की कहानी छत्तीसगढ़ के भिलाई से शुरू होती है
महादेव सट्टेबाजी ऐप की कहानी छत्तीसगढ़ के भिलाई से शुरू होती है। यहां एक सौरभ चंद्राकर नाम का 28 वर्षीय व्यक्ति एक छोटी सी जूस की दुकान चलाया करता था। मगर उसका सपना जल्दी से एक अमीर इंसान बनने का था। जिसके लिए उसने सट्टेबाजी का रास्ता चुना। उसने अपने अन्य सहयोगी रवि उत्पल के साथ मिलकर सट्टेबाजी की वेबसाइट और ऐप बना डाली। जिसके माध्यम से उसने गैरकानूनी तरीके से करोड़ो रुपये कमाए। जैसे ही उसके पास काले धन की बरसात होनी शुरू हुई। तो उसने लोगों के बीच अपनी रईसी दिखाना शुरू कर दिया था।
केंद्रीय जांच एजेंसी की रडार में वर्ष 2023 में आया
वह केंद्रीय जांच एजेंसी की रडार में वर्ष 2023 में उस समय आया था, जब उसने (सौरभ चंद्राकर) अपनी शादी में पानी की तरह करोड़ो रुपए खर्च किए। अगर उसकी वर्ष 2023 की शादी का खर्च देखें तो वो 200 करोड़ के करीब था। उसने अपनी शादी में मेहमानों के लिए चार्टर्ड प्लेन तक लगा रखे थे। उसने अपनी शादी में कई बड़े सितारों तक को बुला रखा था। जब यह खबर केंद्रीय जांच एजेंसी प्रवर्तन निदेशालय(ईडी) तक पहुंची तो एक के बाद एक बड़े घोटालों के खुलासे होते गए। महादेव सट्टेबाजी ऐप मामले में एक्टर साहिल खान समेत 32 लोगों के खिलाफ घोटालों की जांच चल रही है। एजेंसी आरोपियों के मोबाइल से लेकर बैंक खातों, लैपटॉप आदि अन्य चीजों की जांच कर रही है। महादेव सट्टेबाजी से जुड़े 15000 करोड़ घोटाले के धन शोधन मामले में ईडी अपनी जांच कर रहा है।
महादेव सट्टेबाजी के काले कारोबार ने छत्तीसगढ़ की राजनीति तक भूचाल ला दिया था
सौरभ चंद्राकर का इस सट्टेबाजी के खेल में रवि उत्पल ने पूरा साथ दिया था। जो इस मामले में दूसरा सबसे बड़ा आरोपी है। इसके अलावा सौरभ का अन्य मित्र राज गुप्ता भी इस सट्टेबाजी के कारोबार में शामिल था। इनके साथ भिलाई का ही एक अन्य व्यक्ति नितिश दीवान भी इस महादेव सट्टेबाजी के काले कारोबार में शामिल था। इस सट्टेबाजी का केंद्र भिलाई ही था। इसका नेटवर्क भोपाल, मुंबई, कोलकाता समेत देश के कई राज्यों में फैला हुआ था। यह देश ही नहीं बल्कि दुबई के साथ ही कई अन्य देशों में फैला हुआ था। महादेव सट्टेबाजी के काले कारोबार ने छत्तीसगढ़ की राजनीति तक भूचाल ला दिया था।
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