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एनएसई घोटाला : कोर्ट ने चित्रा रामकृष्ण की जमानत याचिका पर सीबीआई से मांगा जवाब

नई दिल्ली, 27 मार्च (आईएएनएस)। एनएसई को-लोकेशन मामले में नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) की पूर्व एमडी और सीईओ चित्रा रामकृष्ण की जमानत याचिका पर यहां की एक अदालत ने सीबीआई से जवाब मांगा है। मामले में नोटिस जारी करते हुए केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की विशेष अदालत के न्यायाधीश संजीव अग्रवाल ने केंद्रीय एजेंसी को दो सप्ताह के भीतर इस मामले में जवाब देने के लिए कहा और आगे की सुनवाई की तरीख 8 अप्रैल तय की। चित्रा इस समय न्यायिक हिरासत में हैं। उन्हें 24 फरवरी को गिरफ्तार किया गया था, जबकि पूर्व समूह संचालन अधिकारी और रामकृष्ण के सलाहकार आनंद सुब्रमण्यम को अगले दिन गिरफ्तार किया गया था। एनएसई धोखाधड़ी की जांच कर रही सीबीआई रहस्यमय हिमालयी योगी तक पहुंचने के लिए नए सुराग खोजने का प्रयास कर रही है, जिसके साथ चित्रा ने गोपनीय जानकारी साझा की थी। अन्स्र्ट एंड यंग (ई एंड वाई) की फोरेंसिक रिपोर्ट में पता चला कि सुब्रमण्यम रहस्यमय योगी हो सकते हैं। सेबी ने 11 फरवरी को इसका खंडन किया था। सीबीआई सुब्रमण्यम से पूछताछ में जुटाए गए सबूतों की पुष्टि करने की कोशिश कर रही है। यह मई 2018 से मामले की जांच कर रही है, लेकिन रहस्यमय हिमालयी योगी की पहचान करने के लिए कोई ठोस सबूत नहीं मिल पाया है। हाल ही में, सेबी ने चित्रा रामकृष्ण पर 3 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है, क्योंकि बाजार नियामक ने पाया कि उन्होंने कथित तौर पर योगी के साथ एनएसई के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी साझा की थी। सूत्र ने कहा, संगठनात्मक संरचना, लाभांश, वित्तीय परिणाम, मानव संसाधन नीतियों और संबंधित मुद्दों, नियामक की प्रतिक्रिया आदि के बारे में जानकारी योगी के साथ साझा की गई थी। चित्रा ने 2014 और 2016 के बीच आईडी- रिग्याजुरसामा एट द रेट आउटलुक डॉट कॉम पर ईमेल भेजे। 1 अप्रैल 2013 को चित्रा रामकृष्ण एनएसई के सीईओ और एमडी बनीं। वह 2013 में सुब्रमण्यम को अपने सलाहकार के रूप में एनएसई में ले आईं। सुब्रमण्यम को एनएसई का मुख्य रणनीतिक सलाहकार बनाया गया था। उन्होंने पूंजी बाजार में कोई जोखिम नहीं होने के बावजूद 2015 और 2016 के बीच समूह संचालन अधिकारी और एमडी के सलाहकार बनने से पहले 2013 और 2015 के बीच इस पद पर कार्य किया। पहले बामर और लॉरी में मिड-लेवल मैनेजर के रूप में काम करते हुए उनका वेतन 15 लाख रुपये से बढ़कर 1.68 करोड़ रुपये सालाना और फिर 4.21 करोड़ रुपये हो गया। सुब्रमण्यम ने अक्टूबर 2016 में और चित्रा ने दिसंबर 2016 में एनएसई छोड़ दिया। सीबीआई 2018 में मामले में हरकत में आई और तब से इस मामले की जांच कर रही है। --आईएएनएस एसजीके/एएनएम

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