नई दिल्ली, रफ्तार। वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) संग्रह में नवंबर में बहुत तेजी दिखी। इस महीने जीएसटी संग्रह 15 फीसदी बढ़कर 1.68 लाख करोड़ हो गया। पिछले साल नवंबर में सरकार को 1.46 लाख करोड़ जीएसटी मिला था। चालू वित्त वर्ष के पहले 8 माह में सिर्फ दो महीने जीएसटी संग्रह 1.60 लाख करोड़ से कम रहा। जीएसटी में लगातार वृद्धि से केंद्र सरकार को राजस्व खर्च पूरा करने में सहूलियत होगी। राज्यों को भी राहत मिलेगी, क्योंकि उन्हें जून 2023 से मुआवजा नहीं मिल रहा है। नवंबर में जीएसटी संग्रह से पता चलता है कि अक्टूबर में आर्थिक गतिविधियां तेज रहीं और आगे इनमें तेजी बनी रहने के संकेत हैं। दूसरी तिमाही में सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 7.6 फीसदी रही। यह अनुमान से बहुत बेहतर है। हालांकि इस साल अक्टूबर की तुलना में नवंबर में जीएसटी प्राप्तियां 4 हजार करोड़ कम रही।
अक्टूबर में सरकार को मिले 1.72 लाख करोड़
वित्त मंत्रालय के मुताबिक अक्टूबर में जीएसटी से सरकारी खजाने में 1.72 लाख करोड़ आए थे। चालू वित्त वर्ष में तीसरा सबसे अधिक जीएसटी संग्रह नवंबर में हुआ है। विदेशी चुनौतियों के बावजूद नवंबर में जीएसटी प्राप्तियां 15 फीसदी बढ़ना उत्साहजनक है। नवंबर में सेवाओं के आयात और घरेलू लेन-देन से जीएसटी संग्रह नवंबर 2022 की तुलना में 20 फीसदी बढ़ा है। नवंबर में केंद्रीय जीएसटी संग्रह 14.4 फीसदी बढ़कर 68297 करोड़ और राज्य जीएसटी 14 फीसदी बढ़कर 69783 करोड़ रहा।
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