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रेलमंत्री ने मध्य रेलवे की किसान ट्रेन की 1000वीं यात्रा को हरी झंडी दिखाई

नई दिल्ली, 3 फरवरी ( आईएएनएस)। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर गुरुवार को मध्य रेलवे की 1000वीं किसान रेलों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मध्य रेलवे ने किसान रेल की 1000वीं ट्रिप को सावदा से आदर्श नगर दिल्ली के लिए रवाना किया। भारत सरकार ने मध्य रेलवे पर सावदा, महाराष्ट्र से आदर्श तक किसान रेल की 1000वीं यात्रा को वेबलिंक के माध्यम से हरी झंडी दिखाई। सावदा से आदर्श नगर दिल्ली आने वाली ट्रेन में 23 डिब्बे हैं जिनमें 453 टन केला ले जाया जा रहा है। मध्य रेलवे से अब तक 1000वीं किसान रेल में 3.45 लाख कृषि उपज का परिवहन किया जा चुका है। इस दौरान केंद्रीय कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि हमारा देश कृषि प्रधान है। केंद्र ने किसान रेल के माध्यम से बेहतर मूल्य प्राप्त करने के लिए दूर-दूर के बाजारों में फलों और सब्जियों जैसे फलों और सब्जियों का परिवहन एक ऐसी योजना थी। वहीं केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि केंद्र सरकार किसान को केंद्र में रखकर, किसानों की भलाई के लिए विभिन्न कदम उठाती रही हैं। किसान रेल एक ऐसी पहल है जो किसानों को अपनी कृषि उपज को दूर-दराज के बाजारों तक आर्थिक रूप से और तेजी से पहुंचाने की अनुमति देती है। उन्होंने जीआई-टैग प्राप्त जलगांव के केले का भी गर्व के साथ जिक्र किया। उन्होंने जलगांव के किसानों को बधाई दी और आगे सुधार के लिए सुझाव के लिये भी किसानों से अपील की। पहली किसान रेल को देवलाली (महाराष्ट्र) से दानापुर (बिहार) के लिए कृषि और किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर और तत्कालीन रेल और वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल द्वारा 7 अगस्त 2020 को वेबलिंक के माध्यम से हरी झंडी दिखाई गई थी। बाद में इस ट्रेन को देवलाली (महाराष्ट्र) और मुजफ्फरपुर (बिहार) के बीच चलाने के लिए बढ़ा दिया गया था। साल 2021-22 के दौरान किसान रेल को 750 से अधिक फेरे चलाए गए हैं। स्थापना के बाद से, किसान रेल यात्राओं ने 3.45 लाख टन परिवहन किया है और 132.67 करोड़ रुपये का राजस्व अर्जित किया है। अनार, अंगूर, नींबू, शिमला मिर्च, कस्तूरी तरबूज, अमरूद, कस्टर्ड सेब, सोलापुर क्षेत्र से बेर (भारतीय बेर), लातूर और उस्मानाबाद क्षेत्र से फूल, नासिक क्षेत्र से प्याज, भुसावल और जलगांव क्षेत्र से केला, नागपुर क्षेत्र से संतरे और अन्य किसान रेल के माध्यम से फल और सब्जियां दिल्ली, बिहार, पश्चिम बंगाल, महाराष्ट्र जैसे दूर के बाजारों में जल्दी और ताजा पहुंचती हैं। किसान रेल ग्रामीण भारत के लोगों के लिए विकास और समृद्धि का इंजन बन गया है। --आईएएनएस पीटीके/एएनएम

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