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डिजिटल मार्केटिंग और वेस्ट मैनेजमेंट से जुड़ी दो कंपनियों के खिलाफ इ्नकम टैक्स विभाग का तलाशी अभियान

नई दिल्ली, 17 अक्टूबर (आईएएनएस)। आयकर विभाग ने कई राज्यों में स्थित दो समूहों पर तलाशी और जब्ती अभियान शुरू किया है। पहला समूह डिजिटल मार्केटिंग और अभियान प्रबंधन में लगा हुआ है, जिसमें बेंगलुरु, सूरत, चंडीगढ़ और मोहाली में स्थित 7 परिसरों में तलाशी अभियान चलाया गया है। पाए गए आपत्तिजनक सबूतों से पता चला है कि समूह एक एंट्री ऑपरेटर का उपयोग करके आवास एंट्री प्राप्त करने में लगा हुआ है। विभाग ने एक बयान में कहा कि एंट्री ऑपरेटर ने हवाला ऑपरेटरों के माध्यम से समूह की नकदी और बेहिसाब आय के ट्रांसफर की सुविधा प्रदान की है। व्यय की मुद्रास्फीति और राजस्व की कम एंट्री का भी पता चला है। यह समूह बेहिसाब नकद भुगतान में भी लिप्त पाया गया है। विभाग ने कहा कि उन्होंने यह भी पाया कि निदेशकों के व्यक्तिगत खचरें को खातों में व्यावसायिक खर्च के रूप में दिखाया गया है। निदेशकों और उनके परिवार के सदस्यों द्वारा उपयोग किए जाने वाले वाहन कर्मचारियों और एंट्री प्रोवाइडर के नाम पर खरीदे गए हैं। खोजा गया दूसरा समूह सॉलिड वेस्ट मैनेजमेंट में लगा हुआ है, जिसमें देश भर में सॉलिड वेस्ट कलेक्शन, ट्रांसपोर्टेशन, प्रोसेसिंग और डिस्पोजल सेवाएं शामिल हैं। तलाशी के दौरान विभिन्न आपत्तिजनक दस्तावेज और डिजिटल साक्ष्य जब्त किए गए हैं। मिले साक्ष्यों से पता चलता है कि इस समूह ने खचरें और उप-अनुबंधों के लिए फर्जी बिल बुक करने में संलिप्तता जताई है। बुक किए गए इस तरह के फर्जी खचरें का प्रारंभिक अनुमान 70 करोड़ रुपये है। तलाशी अभियान में करीब सात करोड़ रुपये की संपत्ति में बेहिसाब निवेश का पता चला है। इसके अलावा तलाशी कार्रवाई में 1.95 करोड़ रुपये की बेहिसाब नकदी और 65 लाख रुपये के जेवरात जब्त किए गए हैं। दोनों समूहों में आगे की जांच जारी है। --आईएएनएस एचके/आरजेएस

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