
नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। देश की सबसे बड़ी एडटेक कंपनी में शुमार बैजूस (Byju’s) ने एक बयान से सभी को आश्चर्य में डाल दिया है। कर्ज संकट से जूझ रही कंपनी ने 6 महीनों में कर्जदाताओं को 1.2 अरब डॉलर का पूरा लोन चुकाने का ऑफर किया है। ब्लूमबर्ग को यह जानकारी इस मामले से जुड़े लोगों ने दी।
बैजूस के प्रस्ताव की समीक्षा चल रही
बैजूस का प्रपोजल स्वीकार किया जाता है तो कंपनी तीन महीने में फंसे कर्ज (distressed debt ) का 300 मिलियन डॉलर और शेष रकम को उसके अगले तीन महीनों में चुकाने की पेशकश कर रही है। मामले से जुड़े लोगों का कहना है कि कर्जदाता बैजूस के प्रस्ताव की समीक्षा कर रहे हैं। पुनर्भुगतान (repayment) कैसे किया जाएगा? उसके बारे में अधिक जानकारी ली जा रही है।
सबसे बड़े लोन में से एक
दरअसल, Byju’s और उसके कर्जदाता एक साल से विवाद में फंसे हैं। इसके लोन एग्रीमेंट को सुधारने के लिए कई दौर की बातचीत बेनतीजा रही है। कंपनी ने अपने टर्म लोन पर ब्याज का भुगतान न करने का निर्णय लिया, जो वर्ल्ड लेवल पर किसी स्टार्टअप द्वारा सबसे बड़े लोन में से एक है।
सबसे बड़ा स्टार्टअप माना जाता था
कंपनी ने तत्काल समाधान और संशोधन की कार्यवाही की मांग की है। हालांकि स्पष्ट नहीं है कि दोनों पक्ष समझौते पर पहुंचेंगे या नहीं, यह उस स्टार्टअप को फिर से चालू करने के लिए व्यापक अभियान में एक अहम कदम है। इसे कभी देश का सबसे मूल्यवान 22 अरब बिलियन वाला स्टार्टअप माना जाता था। कर्जदाताओं के एक प्रतिनिधि ने कंपनी के पुनर्भुगतान प्रस्ताव पर टिप्पणी करने से इनकार किया है।
2021 में विदेश से लिया था लोन
एक शिक्षक के बेटे बैजू रवींद्रन ने 2015 में लन्निंग एप लांच किया। इन्होंने भारत के बाहर अपनी वृद्धि को बढ़ाने के लिए 2021 में पांच साल का लोन ले लिया था। ब्लूमबर्ग के डेटा शो के मुताबिक यह लोन एक डॉलर के मुकाबले 49.8 सेंट पर हुआ है। आमतौर पर 70 से नीचे का स्तर जोखिम भरा माना जाता है।
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