नई दिल्ली, रफ्तार। साल 2024 की शुरुआती चार महीने में 80 हजार कर्मचारियों की नौकरी गई है। ये छंटनियां टेक कंपनियों ने की हैं। इस बड़े झटके से ग्लोबल लेवल पर समग्र स्टार्टअप इकोलॉजी को परेशान किया। इन्हें आगे कई दिक्कतें हो सकती हैं। इसकी जानकारी हाल में आई रिपोर्ट से सामने आई है।
layoff.fyi के आंकड़ों की मानें तो 279 टेक कंपनियों ने जनवरी 2024 से 3 मई 2024 तक 80230 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है। साल 2022 और 2023 में दुनिया भर में टेक कंपनियों ने 4, 25,000 से अधिक कर्मचारियों को बाहर निकाला। कंपनियों का कहना है कि वैश्विक मंदी है, जिससेआईटी या टेक और स्टार्टअप इकोलॉजी को प्रभावित किया है।
हाल में अमेरिकी ग्राहक अनुभव प्रबंधन मंच स्प्रिंकलर ने 116 कर्मचारियों को बर्खास्त किया है। व्यायाम उपकरण और फिटनेस कंपनी पेलोटन ने इसी सप्ताह घोषणा की कि वह 400 कर्मचारियों को नौकरी से हटा देगी। गूगल ने भी 200 कर्मियों को कोर टीम से पुनर्गठित करने को बाहर किया है। वहीं, ताजा जॉब कट पर नजर डालें तो एलन मस्क की कंपनी टेस्ला ने 100 से ज्यादा कर्मियों को बाहर किया है। इसमें ग्लोबल लेवल पर 14 हजार लोगों को बाहर कर दिया।
टेक अरबपति एलन मस्क ने नई छंटनी के दौर में पूरी टेस्ला चार्जिंग टीम को भंग किया है। भारत में राइड-हेलिंग प्लेटफॉर्म ओला कैब्स ने पुनर्गठन प्रक्रिया शुरू की है, जिसका कम-से-कम 10 प्रतिशत कार्यबल पर प्रभाव पड़ेगा।
गूगल ने अपने कर्मचारियों को कंपनी से बाहर निकाला है। कंपनी के प्रवक्ता ने पिछले सप्ताह बताया था कि कॉस्ट कटिंग के लिए कर्मचारियों की छंटनी की जा रही है। पूरी कंपनी में छंटनी नहीं की जा रही है। इससे प्रभावित कर्मचारी अन्य किसी भूमिका के लिए आवेदन कर सकते हैं। हालांकि, उन्होंने छंटनी से प्रभावित होने वाले स्टाफ की संख्या और इसमें शामिल टीमों के बारे में जानकारी नहीं दी।
गूगल मैनेजमेंट द्वारा छंटनी से प्रभावित कुछ कर्मचारियों को भारत, शिकागो, अटलांटा, डबलिन समेत उन जगहों पर भेजेगी, जहां वह इन्वेस्टमेंट कर रही है।
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