Vastu Tips: घर में रखी इन चीजों से रहें सावधान, बना सकते हैं ये आपको कंगाल

हमारे घर में चारों तरफ कई चीजे फैली होती है लेकिन हम उन पर ज्यादा ध्यान नहीं देते। वास्तु शास्त्र के अनुसार कुछ चीजों का घर में होना गलत संकेत माना जाता है।
Vastu Tips of home
Vastu Tips of homewww.raftaar.in

नई दिल्ली रफ्तार डेस्क। घर में होने वाली कई चीजों का गलत प्रभाव भी होता है। इसी कारण से आप अपने जीवन में सफलता की ओर नहीं बढ़ पाते और आपकी आर्थिक स्थिति पहले से भी ज्यादा खराब होने लगती है। इसे ठीक करने के लिए आपको वास्तु शास्त्र की बताई गई बातों का पालन करना चाहिए।

कबूतर का घोसला

वैसे तो सभी पशु पक्षी अच्छे होते हैं लेकिन वह खुले आसमान में ही रहे तो उनके साथ-साथ आपके लिए भी अच्छा रहता है। घर में कबूतर या कबूतर का घोसला होने से आपकी आर्थिक स्थिति बिगड़ने लगती है।

सीढ़ियों के नीचे किचन

अक्सर कई घरों में सीढ़ियों के नीचे किचन रहता है जो वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में काफी गलत प्रभाव डालता है। इस प्रकार का किचन होने से आपके घर में लक्ष्मी प्रवेश नहीं करती हैं।

खराब सामान

अधिकतर जगह देखा जाता हैं कि समान कितना भी पुराना हो जाए लेकिन लोग उसे अपने स्टोर रूम में सजा कर रखते हैं। वास्तु शास्त्र के अनुसार, खराब सामान घर में नकारात्मकता लाता है।

कांटेदार पौधे

घर को सजा कर रखने के लिए लोग तरह-तरह के फूल और पौधे लगाते हैं। लेकिन आपको यह ध्यान रखना चाहिए कि वास्तु शास्त्र के अनुसार घर में कांटेदार पौधे को रखना या लगाना काफी अशुभ माना जाता है।

मकड़ी के जाल

वास्तु के अनुसार आपके घर में साफ सफाई का होना बहुत जरूरी है। क्योंकि घर साफ न रहने पर माता लक्ष्मी घर पर प्रवेश नहीं करती हैं। आपको घर में कभी भी मकड़ी के जाले नहीं लगने देने चाहिए। वह आपके घर में नकारात्मकता को घेरती है।

अन्य ख़बरों के लिए क्लिक करें - www.raftaar.in

डिसक्लेमर

इस लेख में प्रस्तुत किया गया अंश किसी भी जानकारी/सामग्री/गणना की पूरी सटीकता या विश्वसनीयता की पुष्टि नहीं करता। यह जानकारियां विभिन्न स्रोतों/ज्योतिषियों/पंचांग/प्रवचनों/प्रामाणिकताओं/धार्मिक प्रतिष्ठानों/धर्मग्रंथों से संग्रहित की गई हैं। हमारा मुख्य उद्देश्य सिर्फ सूचना प्रस्तुत करना है, और उपयोगकर्ता को इसे सूचना के रूप में ही समझना चाहिए। इसके अतिरिक्त, इसका कोई भी उपयोग करने की जिम्मेदारी सिर्फ उपयोगकर्ता की होगी।

Related Stories

No stories found.
Raftaar | रफ्तार
raftaar.in