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पश्चिम-बंगाल

Bengal News: संदेशखाली में भिड़े भाजपा और तृणमूल समर्थक, दोनों तरफ के कई लोग हुए घायल

सदेशखाली, (हि. स.)। उत्तर 24 परगना जिले के बशीरहाट के संदेशखाली इलाके में बुधवार शाम भाजपा और तृणमूल कांग्रेस के कार्यकर्ता आपस में भिड़ गए। झड़प में दोनो पक्षों के दर्जनों कार्यकर्ताओं के घायल होने की खबर है। प्राप्त जानकारी के अनुसार बुधवार रात तनाव इतना बढ़ गया कि जान बचाने के लिए दो युवक नदी में कूद गए और वे तैरते हुए नाव तक पहुंचे और किसी तरह अपनी जान बचाई।

दोनों पक्षों के बीच संघर्ष शुरू हो गया

स्थानीय और पुलिस सूत्रों के अनुसार, बशीरहाट के संदेशखाली थाने के त्रिमोहिनी, कहारपाड़ा, दशपारा और पात्रापारा जैसे कई गांव में बुधवार शाम तनाव फैल गया। दरअसल केंद्रीय उपेक्षा के विरोध में स्थानीय तृणमूल नेतृत्व ने संदेशखाली के कार्यकर्ताओं और समर्थकों के साथ जुलूस निकाला था। इसके बाद भाजपाइयों ने भी एक जुलूस निकाला और तभी दोनों पक्षों के बीच संघर्ष शुरू हो गया।

वे बांस के डंडों, ईंटों और लोहे की छड़ों से एक-दूसरे को पीटने लगे।

वे बांस के डंडों, ईंटों और लोहे की छड़ों से एक-दूसरे को पीटने लगे। जान बचाने के लिए दो युवक नदी में कूद गए। वे किसी तरह रायमंगल नदी तैरकर और एक तैरते लॉन्च पर सवार होकर भागने में सफल रहे। हालांकि, इस संबंध में राज्य की सत्ताधारी पार्टी की ओर से कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है। सूत्रों का दावा है कि दोनों युवक बाहरी थे।

दोनों पक्षों के बीच टकराव से पत्रकार भी अछूते नहीं रहे

तृणमूल खेमे ने आरोप लगाया कि भाजपा समर्थित उपद्रवियों की एक बड़ी फौज ने इलाके के तृणमूल कार्यकर्ताओं की पिटाई की। दोनों पक्षों के बीच टकराव से पत्रकार भी अछूते नहीं रहे। संदेशखाली थाने की पुलिस मौके पर गयी, लेकिन उन्होंने कथित तौर पर मूकदर्शक की भूमिका निभायी।

सभी राजनीतिक दलों को अपने कार्यकर्ताओं को समझाना चाहिए कि उनकी विचारधाराओं में बेशक मतभेद हो, लेकिन सबको अपने विचारो को शांति के साथ रखने का अधिकार है। अगर राजनीति में इस तरह की गुंडागर्दी चलेगी तो देश का भविष्य क्या होगा। इस तरह के आपसी विद्रोह पर जल्द लगाम लगना चाहिए।

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