Kumar Vishwas,Yogendra Yadav and Anna Hazare
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नई-दिल्ली

Delhi News: केजरीवाल के बेहद करीबी रहे पुराने साथियों ने उनकी गिरफ्तारी को लेकर क्या बोला? जानें सब कुछ

नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की शराब घोटाला मामले में गिरफ्तारी हो गयी है। जहां अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी के बाद आम आदमी पार्टी में काफी नाराजगी है। उनके कार्यकर्ताओं ने सड़कों पर उतरकर सीएम की गिरफ्तारी का विरोध किया। जिसके कारण पूरी दिल्ली को छावनी में बदल दिया गया है। वहीं केजरीवाल के पुराने साथियों ने इस गिरफ्तारी को लेकर अपनी अपनी प्रतिक्रिया दी है।

प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास का तंज

एक समय ऐसा था जब प्रसिद्ध कवि कुमार विश्वास आम आदमी पार्टी का बड़ा चेहरा हुआ करते थे। अरविंद केजरीवाल के गिरफ्तार होने के बाद कवि कुमार विश्वास ने दिल्ली के सीएम पर तंज कसा है। उन्होंने आम आदमी पार्टी के मुखिया और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल का नाम लिए बिना ही अपनी सारी बात कह डाली। उन्होंने यह अपने सोशल मीडिया अकाउंट एक्स पर अपनी भगवान को नतमस्तक वाली तस्वीर के साथ पोस्ट की है। इस पोस्ट में उन्होंने रामचरित मानस की एक चौपाई "कर्म प्रधान विश्व रचि राखा। जो जस करहि सो तस फल चाखा।।" लिखी है। जिसके अनुसार उन्होंने बिना नाम लिए अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को कर्मो का फल बताया है।

अन्ना हजारे की तीखी प्रतिक्रिया

अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी को लेकर सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे ने भी अपनी तीखी प्रतिक्रिया दी है। अन्ना हज़ारे ने कहा कि मै इस बात से बड़ा परेशान हूं कि अरविंद केजरीवाल जो मेरे साथ काम करते थे और शराब के खिलाफ भी आवाज उठाते थे। अब शराब नीतियां बना रहे हैं। मुझे यह जानकर बहुत दुःख हुआ है। उन्होंने आगे कहा कि सत्ता के आगे हम कुछ नहीं कर सकते हैं। अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी उनके कर्मो से ही हुई है।

योगेंद्र यादव ने अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध किया

वहीं आम आदमी पार्टी के संस्थापकों में शामिल योगेंद्र यादव ने अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी का विरोध किया है। यादव ने इसे लोकतंत्र के विरुद्ध बताया। अरविंद केजरीवाल के साथ मदभेद होने के कारण योगेंद्र यादव को पार्टी से निकाल दिया गया था। यादव ने अपने विचार व्यक्त करते हुए लिखा है कि "राजनीतिक सहमति-असहमति अपनी जगह है, लेकिन लोकतांत्रिक मर्यादा सर्वोपरि है। अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी इस मर्यादा का चीरहरण है। इस हिसाब से तो इलेक्टोरल बॉन्ड घोटाले में पूरी केंद्रीय कैबिनेट को जेल में होना चाहिए। लोकतंत्र में आस्था रखने वाले हर भारतीय को इसके विरोध में खड़ा होना चाहिए।"

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