सम्राट चौधरी और नीतीश कुमार।
सम्राट चौधरी और नीतीश कुमार।  रफ्तार।
बिहार

Bihar Floor Test: नीतीश और डिप्टी CM सम्राट चौधरी फ्लोर टेस्ट में नहीं कर सकें वोट, जानें क्या रहीं दोनों वजह?

नई दिल्ली, रफ्तार। बिहार में फ्लोर टेस्ट में आज मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी अपनी सरकार के पक्ष में वोटिंग नहीं कर सके। ये दोनों फ्लोर टेस्ट के दौरान बिहार विधानसभा में मौजूद रहें, लेकिन दोनों ने खुद ही वोट नहीं किया। दोनों के पास इसका अधिकार नहीं था। हालांकि बहुमत साबित करने में विधायकों को जुटाने में दोनों ने अपनी भरपूर ताकत झोकी।

नीतीश और सम्राट चौधरी विधान परिषद् के सदस्य

सरकार को बहुमत है या नहीं, उसका फैसला विधानसभा सदस्यों की संख्या बल से होता है। नीतीश और सम्राट चौधरी बिहार विधानसभा के सदस्य नहीं हैं। इसका अर्थ है कि ये दोनों नेता सीधे जनता से चुनकर सदन नहीं आए हैं। दोनों ही बिहार विधान परिषद् के सदस्य हैं। मुख्यमंत्री और डिप्टी सीएम होने की वजह से दोनों विधानसभा में फ्लोर टेस्ट के दौरान मौजूद रहेंगे, लेकिन विधायक (विधानसभा सदस्य) नहीं होने की वजह से वोट नहीं कर सकेंगे।

दोनों को पार्टी ने विधान परिषद में सदस्य मनोनीत किया है

बता दें बिहार विधानसभा में जदयू के 45 विधायक हैं। नीतीश विधान परिषद् सदस्य हैं और मुख्यमंत्री। ऐसे ही भारतीय जनता पार्टी (BJP) के 78 विधायक हैं। बिहार विधान परिषद् के सदस्य सम्राट चौधरी को सरकार में दूसरे नंबर की हैसियत दी है।

15 दिन पहले दोनों थे आमने-सामने

बिहार विधानसभा चुनाव साल 2020 में नीतीश ने भाजपा के साथ मिलकर जनादेश हासिल किया था। उन्होंने साल 2022 में भाजपा का साथ छोड़कर राष्ट्रीय जनता दल-कांग्रेस-वामदलों के साथ मिलकर सरकार चलाने का निर्णय लिया था। नीतीश महागठबंधन से मुख्यमंत्री रहे और बिहार विधान परिषद् में नेता प्रतिपक्ष के रूप में सम्राट चौधरी थे। नीतीश पर सम्राट हमलावर रहते थे। फिर 28 जनवरी को नीतीश ने एनडीए के साथ सरकार बनाई और सम्राट डिप्टी सीएम बन गए। अब नीतीश और सम्राट एक साथ काम कर रहे हैं।

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