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Stock Market: इन स्ट्रैटजी से कमा सकते हैं मोटा रिटर्न, जानें इंट्राडे ट्रेडिंग की बारीकियां

नई दिल्ली, रफ्तार। शेयर मार्केट में सभी निवेशक अनिश्चितता का अनुभव जरूर करते हैं। इंट्राडे ट्रेडिंग में सही स्ट्रैटेजी और जानकारी हो तो आप स्टॉक पर हाई रिटर्न कमा सकते हैं। इसके लिए प्रैक्टिस करनी और समझ विकसित करने की जरूरत है। बता दें इंट्राडे ट्रेडिंग में एक ही दिन स्टॉक खरीदना और बेचना होता है। इस कारण मार्केट में बहुत ज्यादा लिक्विडिटी की जरूरत होती है।

लार्ज-कैप शेयरों में कारोबार करें

HDFC Bank के अनुसार किसी भी इंट्राडे ट्रेडर को एक खास बात पर यह गौर करना है कि वह लार्ज-कैप शेयरों में कारोबार करें और स्मॉल-कैप या मिड-कैप शेयर बच दें। आप सिर्फ एक स्टॉक के साथ इंट्राडे ट्रेडिंग से बचें और कुछ शेयरों में अपनी स्थिति में विविधता लाने का लक्ष्य रखें। इससे एक संतुलित इंट्राडे ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी बनाने और जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है।

एंट्री और एग्जिट प्राइस तय करें

इंट्राडे ट्रेडिंग में कई ट्रेडर खरीदार के झांसे में फंस जाते हैं। जिस कारण स्टॉक खरीदने के तुरंत बाद उन्हें अपने चयन पर शक होने लगता है। उनको लगता है कि सही शेयर का चयन नहीं किया है। ऐसे में वह जल्दबाजी में और गलत फैसले लेते हैं। ट्रांजैक्शन शुरू करने से पहले एंट्री और एग्जिट प्राइस तय कर आप ट्रेडर के तौर पर इस भ्रम में पड़ने से बच सकते हैं। पहले से तय ये कीमतें अनावश्यक संदेह को दूर रखने की इजाजत देती हैं।

स्टॉप-लॉस लेवल निर्धारित करें

आप जब इंट्राडे ट्रेडिंग कर रहे होते हैं तो चुना गया शेयर बढ़ने के बजाय गिर सकता है। ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर स्टॉक बेचने से पहले आप कीमत को गिरने देंगे। ऐसी कीमत पर फैसला लेना जिसे आप स्क्वायर-ऑफ स्थिति के रूप में मानते हैं को जरूर ध्यान में रखना चाहिए। इंट्राडे ट्रेडिंग की यह स्ट्रैटेजी नुकसान को कम करने में मदद कर सकती और सेफ्टी नेट के रूप में काम करती है। जो नए ट्रेडर हैं, उनके लिए 3:1 रेशियो अच्छी तरह से काम करती है। इस स्ट्रैटेजी का इस्तेमाल कर आप स्टॉप-लॉस उस कीमत से तीन गुना कम कीमत पर सेट कर सकते हैं, जिस पर आपने लाभ बुक करने को बंद किया होगा।

लक्ष्य पूरा होने पर प्रॉफिट बुक करना चाहिए

इंट्राडे ट्रेडिंग से मिलने वाला लाभ और मार्जिन ही इस प्रैक्टिस को ट्रेडर्स के लिए आकर्षक बना देता है। इंट्राडे ट्रेडिंग में आपके पास हाई रिटर्न पाने की क्षमता है। हालांकि, प्रॉफिट बुक करते समय लेन-देन से बाहर निकलना होगा और लालच नहीं करना होगा, जब तक आपके पास यह मानने का अच्छा कारण न हो कि शेयर की कीमत चढ़ेगी तो अपना लक्ष्य पूरा करने के बाद बाहर निकल जाना बेहतर है।

बाजार को चैलेंज न करें

शेयर बाजार में आगे क्या होगा, उसकी भविष्यवाणी कठिन है। आप हमेशा बाजार विश्लेषण के आधार पर इंट्राडे ट्रेडिंग स्ट्रैटेजी के संबंध में फैसला लेंगे, जिसे आप अपनाना चाहते हैं। वैसे, आप जब ट्रेडिंग शुरू करते हैं तो मार्केट विपरीत दिशा में जा सकता है। ऐसी स्थिति में बाजार को चुनौती देने एवं अपने विश्लेषण पर केंद्रित होने से बचना चाहिए। एक बेहतर विकल्प है कि जैसे ही स्टॉक स्टॉप-लॉस लेवल पर पहुंचे, उसे बेच दें।

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