नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। देश की सबसे बड़ी कार निर्माता कंपनी मारुति सुजुकी ने अपने 87,599 यूनिट्स को वापस मंगाया है, इसमें एस-प्रेसो व ईको मॉडल शामिल है। मारुति सुजुकी ने बताया कि इन वाहनों के स्टीयरिंग टाई रॉड को चेक तथा बदला जाएगा।
मारुति सुजुकी द्वारा वापस मंगाए गये इन वाहनों का उत्पादन 5 जुलाई 2021 से 15 फरवरी 2023 के बीच किया गया है। यह रिकॉल 24 जुलाई से प्रभाव में आई है। कंपनी के डीलर्स प्रभावित ग्राहकों को जल्द ही संपर्क करना शुरू कर सकते हैं।
कंपनी ने बताया कि, "ऐसा शक है कि इन वाहनों में उपयोग किये गये स्टीयरिंग टाई रॉड के एक हिस्से में खराबी हो सकती है, जो कि बहुत ही रेयर केस में, टूट सकता है और वाहन की स्थिरता तथा हैंडलिंग को खराब कर सकता है।
मारुति सुजुकी ने आगे कहा कि, "प्रभावित हुए ग्राहकों को मारुति सुजुकी के आधिकारिक डीलर वर्कशॉप की तरफ से, मुफ्त में, खराब हिस्से की जांच व बदलने के लिए संपर्क किया जाएगा।" प्रभावित ग्राहक खुद भी वर्कशॉप से संपर्क कर सकते हैं।
जुलाई 2020 में, मारुति सुजुकी ने वैगनआर व बलेनो मॉडल्स के 1,34,885 यूनिट वापस मंगाए थे और इसका कारण खराब फ्यूल पंप की जांच करना व ठीक करना था। इसी तरह, दिसंबर 2019 में कंपनी ने पेट्रोल स्मार्ट हाइब्रिड मॉडल्स के 63,493 यूनिट रिकाल किये थे।
मारुति सुजुकी के रिकॉल से प्रभावित हुए वाहनों की बात करें तो, एस-प्रेसो कंपनी की एंट्री लेवल वाहन है जो कि 1।0-लीटर पेट्रोल इंजन के साथ आती है। वर्तमान में यह मारुति सुजुकी एरीना शोरूम के माध्यम से बेचीं जा रही है।
वहीं मारुति ईको, कंपनी और भारत की सबसे सस्ती एमपीवी है जिसे कई कमर्शियल कामों के लिए भी उपयोग में लाया जाता है। कंपनी औसतन इस वाहन के 10,000 से भी अधिक यूनिट्स प्रतिमाह बेचती है, जो कि शानदार आंकड़ें है।
मारुति सुजुकी के लिए यह साल बहुत व्यस्त रहा है। कंपनी ने इस वर्ष तीन वाहन - जिम्नी, इन्विक्टो तथा फ्रोंक्स जैसे मॉडल लॉन्च कर दिए है और सभी वाहनों को ग्राहकों से अच्छी प्रतिक्रिया मिल रही है। अब देखना होगा इनकी बिक्री कैसी होती है।
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