भारत के आंतरिक मामलों में दखल देने वाले देशों को विदेश मंत्रालय का जवाब, हमें किसी की नसीहत जरूरत नहीं

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को इस संबंध में पूछे गए एक सवाल के उत्तर में कहा कि समय-समय पर बाहरी देश भारत के घटनाक्रम के बारे में टिप्पणियां करते रहते हैं।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची

नई दिल्ली, एजेंसी। विदेश मंत्रालय ने भारत के आंतरिक मामलों में बाहरी देशों की टिप्पणियों पर कड़ा रुख अख्तियार करते हुए कहा कि हमें किसी की नसीहत की जरूरत नहीं है।

समय-समय पर बाहरी देश भारत के घटनाक्रम के बारे में टिप्पणियां करते हैं

विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने गुरुवार को इस संबंध में पूछे गए एक सवाल के उत्तर में कहा कि समय-समय पर बाहरी देश भारत के घटनाक्रम के बारे में टिप्पणियां करते रहते हैं। पता नहीं इसके जरिए वे क्या हासिल करना चाहते हैं। जहां तक भारत का सवाल है उसे किसी के विचारों और सत्यापन की दरकार नहीं है।

अन्य देशों की टिप्पणियों से भारत की प्रणाली और संस्थाएं इनसे प्रभावित नहीं होती

इस संबंध में उन्होंने जर्मनी सहित अन्य देशों के नेताओं की टिप्पणियों से जुड़े सवाल पर कहा कि भारत की प्रणाली और संस्थाएं इनसे प्रभावित नहीं होती। अमेरिका में पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम के खिलाफ चल रही कानूनी प्रक्रिया के संबंध में प्रवक्ता ने कहा कि हमने इस पर गौर किया है। मामले पर अमेरिकी संस्थानों को ही विचार करना है।

उल्लेखनीय है कि पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति ने उनके खिलाफ चल रही कानूनी कार्यवाही के संबंध में अमेरिकी पूंजीपति जॉर्ज सोरोस पर आक्षेप किया था। विदेश मंत्री एस जयशंकर भी भारत के राजनीतिक घटनाक्रम के बारे में सोरोस की भूमिका की आलोचना कर चुके हैं। प्रवक्ता ने कहा कि विदेश मंत्री का कथन अपने आप में स्पष्ट है। यदि इस संबंध में कोई गड़बड़ी पाई जाएगी तो संबंधित एजेंसियां कार्रवाई करेंगी।

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