Uttarkashi Tunnel: उत्तरकाशी सुरंग में फंसे मजदूर चोर-पुलिस खेलकर तनाव कर रहे कम, जानें श्रमिकों की दिनचर्या

Uttarkashi Tunnel Rescue Live Updates: उत्तरकाशी (Uttarkashi) में सिल्कयारा सुरंग (Silkyara Tunnel) के निर्माणाधीन हिस्से में बचाव दल और फंसे श्रमिकों के बीच अब कुछ मीटर की दूरी है।
सिल्कयारा की निर्माणाधीन सुरंग, जिसमें 12 दिनों से फंसे हैं मजदूर।
सिल्कयारा की निर्माणाधीन सुरंग, जिसमें 12 दिनों से फंसे हैं मजदूर। फोटो क्रेडिट-एएनआई।

नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। उत्तरकाशी (Uttarkashi) में सिल्कयारा सुरंग (Silkyara Tunnel) के निर्माणाधीन हिस्से में बचाव दल और फंसे श्रमिकों के बीच अब कुछ मीटर की दूरी है। वहीं, पास मातली में अस्थाई शिविर कार्यालय भी बनाया गया था। ऑपरेशन की रियल टाइम निगरानी के लिए मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी के लिए मटाली में अस्थाई शिविर कार्यालय बनाया गया है। इन सबके बीच 12 दिनों से सुरंग में फंसे मजदूर तनाव दूर करने के लिए ‘चोर-पुलिस’ खेलते हैं। वो लोग हर दिन योग और व्यायाम कर रहे हैं। बचाव दल ने मजदूरों का तनाव दूर करने के लिए उन्हें ‘बोर्ड गेम’ और ताश उपलब्ध कराने की योजना बनाई है।

लूडो, शतरंग और ताश भी उपलब्ध कराया जाएगा

सुरंग के पास मौजूद मनोचिकित्सक डॉ. रोहित गोंडवाल ने का कहना है कि उन्हें तनाव दूर करने के लिए हम लूडो, शतरंज और ताश उपलब्ध कराने वाले हैं। अभियान में कुछ समय और लगेगा। सीएम धामी 12 नवंबर को उत्तरकाशी-यमनोत्री मार्ग पर सुरंग का एक हिस्सा धंसने के बाद फंसे मजदूरों को सुरक्षित निकालने के लिए चल रहे प्रयासों पर बारीकी से नजर रख रहे थे।

ड्रोन से स्थिति पर रखी जा रही नजर

अधिकारियों ने कहा कि उत्तरकाशी सुरंग में स्थिति पर नजर रखने के लिए ड्रोन का इस्तेमाल किया जा रहा। बुधवार देर रात ‘ऑगर’ मशीन के रास्ते आए लोहे के गर्डर को काटने में छह घंटे की देरी के बाद दिन में बचाव अभियान फिर से शुरू होने के कुछ घंटों बाद हालिया बाधा आई।

बचाव कार्य के 13 दिन पूरे

गुरुवार देर रात सुरंग के मलबे के बीच से पाइप डालने के काम को रोका गया था। दरअसल, जिस प्लेटफॉर्म पर ड्रिलिंग मशीन टिकी है, उसमें दरारें दिखने के बाद ड्रिलिंग रोकी गई थी। ड्रिलिंग का काम शुक्रवार सुबह शुरू नहीं हो सका। बचाव कार्य को 13 दिन पूरे हो चुके हैं।

जल्द श्रमिक भाइयों को सकुशल बाहर निकालेंगे: पुष्कर

सीएम पुष्कर सिंह धामी ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर लिखा-राहत एवं बचाव कार्यों की जमीनी स्तर पर मॉनिटरिंग करने के साथ मालती में स्थापित अस्थायी मुख्यमंत्री कैंप कार्यालय से सभी सरकारी कामकाज संचालित कर रहा हूं। बचाव अभियान गतिमान है और जल्द सारी बाधाओं को पार कर श्रमिक भाइयों को सकुशल बाहर निकालने हेतु हम सभी प्रयासरत हैं।

जल्द बाहर आने की उम्मीद

सुरंग में फंसे श्रमिक के भाई हरिद्वार शर्मा का कहना है-मेरा छोटा भाई सुशील शर्मा अंदर है। आज सुबह 8 बजे मेरी उससे बात हुई। सभी लोग अंदर ठीक हैं। उससे पूछा-क्या कोई कठिनाई हो रही थी, और उन्होंने कहा कि दिक्कत नहीं है। बस जल्द बाहर आने की उम्मीद कर रहे। नहाने की भी सुविधा है।

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