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उत्तराखंड आपदाः आज मिले 12 और शव, मृतकों की संख्या 50 हुई

- तपोवन टनल में 5 और रैणी क्षेत्र में सात शव मिले, 154 लोगों की तलाश जारी - लापता 206 लोगों में दो मिल चुके हैं जीवित, चमोली की डीएम पहुंची टनल में देहरादून, 14 फरवरी (हि.स.)। उत्तराखंड आपदा के आठवें दिन रविवार को रेस्क्यू अभियान में जुटी टीम को तपोवन टनल के काफी अंदर तक पहुंचने में कामयाबी मिली। तपोवन आपदा प्रभावित क्षेत्र में राहत एवं रेस्क्यू कार्य युद्धस्तर पर जारी है। सुबह से शाम तक अलग-अलग स्थानों से 12 लोगों के शव बरामद किए गए। तपोवन टनल में 5 शव और रैणी क्षेत्र में सात शव मिले हैं। इनमें से 11 की पहचान कर ली गई है। इनमें दूसरे राज्यों के लोग भी शामिल हैं। इसकी पुष्टि चमोली की जिला अधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने की है। जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि 7 फरवरी को ग्लेशियर टूटने से आई आपदा में 206 लोग लापता हुए थे। इन लोगों में 50 के शव विभिन्न स्थानों से बरामद हुए हैं। दो लोगों सकुशल बचाया जा चुका है। अब 154 लोग लापता हैं। उनकी तलाश की जा रही है। रविवार को जिले में 2 पूर्ण शव और 4 मानव अंगों का नियमानुसार 72 घंटे बाद अंतिम संस्कार किया गया। उन्होंने बताया कि वह और पुलिस अधीक्षक यशवंत सिंह चौहान सुबह तपोवन और रैणी पहुंचीं। तपोवन में गढ़वाल मंडल आयुक्त रविनाथ रमन, डीआईजी (आईटीबीपी) अपर्णा सिंह, डीआईजी (पुलिस) नीरू गर्ग, एनडीआरएफ के कमांडर पीके तिवारी, एसडीआरएफ के कमांडर नवनीत भुल्लर सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे। भदौरिया ने बताया कि तपोवन बैराज परिसर में दोनों और पोकलैंड और जेसीबी मशीनें युद्धस्तर पर कार्य कर रही हैं। बाढ़ प्रभावित नदी तट पर जिला प्रशासन के नेतृत्व में रेस्क्यू टीम खोजबीन कर रही है। रैणी क्षेत्र में जिला प्रशासन के नेतृत्व मे एनडीआरएफ की टीम मलबे को खंगाल रही है। प्रभावित क्षेत्र में पटरी पर लौटने लगी जिंदगी जिलाधिकारी स्वाति एस भदौरिया ने बताया कि आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राशन किट, मेडिकल और अन्य रोजमर्रा की जरूरतों की आपूर्ति 24 घंटे की जा रही है। प्रभावित गांवों में अब हालात सामान्य होने लगे हैं। तपोवन में ट्राली से आवाजाही सुचारू हो गई है। जुगजू में ट्राली लगाई जा रही है। रैणी पल्ली मे भी ब्रिज तैयार हो रहा है। यहां क्षत्रिग्रस्त पेयजल लाइन को अस्थायी तौर पर ठीक किया गया है। मेडिकल टीम प्रभावित क्षेत्रों में कैंप लगाकर स्वास्थ्य परीक्षण कर रही है। अब तक 998 लोगों का उपचार किया गया। हैली से इधर-उधर फंसे 445 लोगों को उनके गतंव्य तक भेजा गया है। प्रभावित क्षेत्र में अब तक 515 राशन किट बांटी जा चुकी है। 36 सोलर लाइट उपलब्ध कराई गईं हैं। पशुपालन विभाग ने रैणी में 25 फीड ब्लाक बांटे हैं। मुख्यमंत्री के निर्देशों के अनुपालन में आठ मृतकों के परिजनों और चार घायलों को सहायता राशि और एक परिवार को गृह अनुदान राशि दी गई है। रविवार को मिले 12 शवों में 11 की पहचान 1- आलम सिंह पुत्र सुन्दर सिह, निवासी टिहरी गढ़वाल 2- अनिल पुत्र भगत निवासी कालसी देहरादून 3- जितेंद्र कुमार पुत्र देशराज निवासी जम्मू -कश्मीर 4- शेष नाथ पुत्र जय राम निवासी फरीदाबाद 5- जितेंद्र धनाई पुत्र मतवार सिंह निवासी टिहरी 6- सूरज ठाकुर पुत्र श्रीनिवास रामपुर कुशीनगर 7- जुगल किशोर पुत्र राम कुमार निवासी पंजाब 8- राकेश कपूर पुत्र रोहन राम निवासी हिमाचल प्रदेश 9- हरपाल सिंह पुत्र बलवंत सिंह निवासी चमोली 10- वेद प्रकाश पुत्र राजेंद्र सिंह निवासी गोरखपुर 11- धनुर्धारी पुत्र राम ललित सिंह निवासी गोरखपुर हिन्दुस्थान समाचार/मुकुंद/सुनीत-hindusthansamachar.in

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