पाकिस्तान दिवस पर लॉन्ग मार्च को लेकर सरकार और विपक्ष आमने-सामने
नई दिल्ली, 7 दिसम्बर (आईएएनएस)। पाकिस्तान के गृह मंत्री शेख रशीद अहमद ने पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट (पीडीएम) के 23 मार्च को पाकिस्तान दिवस के रूप में चिह्न्ति एक लंबे मार्च की घोषणा करने के फैसले को बेहद गैर जिम्मेदाराना और अनैतिक कदम बताया है। जियो न्यूज की रिपोर्ट के अनुसार, रशीद पीडीएम प्रमुख मौलाना फजलुर रहमान के उस बयान के बारे में बात कर रहे थे, जिसमें उन्होंने घोषणा की थी कि विपक्षी गठबंधन 23 मार्च, 2022 को इस्लामाबाद में महंगाई विरोधी मार्च आयोजित करेगा। उन्होंने ट्वीट्स की एक श्रृंखला में कहा, 23 मार्च को, पाकिस्तान के सशस्त्र बल एक राष्ट्रीय परेड आयोजित करते हैं, जिसमें नागरिक, राजदूत और विभिन्न प्रतिनिधि शामिल होते हैं उन्होंने कहा, संघ की राजधानी (इस्लामाबाद) को परेड की तैयारियों के लिए हाई अलर्ट पर रखा गया है। यहां तक कि कुछ सड़कों पर दो से तीन दिन पहले ही बैरिकेडिंग कर दी जाती है। मंत्री ने पीडीएम से 23 मार्च को निर्धारित अपना विरोध प्रदर्शन वापस लेने का आग्रह किया और उन्हें इसे अप्रैल में स्थानांतरित करने का आग्रह किया। रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तान दिवस को विरोध, अराजकता और अशांति के दिन के रूप में बढ़ावा देना राष्ट्र विरोधी ताकतों की सेवा करने के समान है। फजल ने एक दिन पहले कहा था, इस्लामाबाद में देश भर से लोग इकट्ठा होंगे। 23 मार्च को महंगाई के खिलाफ व्यापक प्रदर्शन होगा। उन्होंने कहा था कि पीडीएम के प्रांतीय चैप्टर मार्च की तैयारी करेंगे। इससे पहले जेयूआई-एफ प्रमुख ने घोषणा की थी कि नेशनल असेंबली में विपक्ष के नेता शहबाज शरीफ पंजाब में बैठक बुलाएंगे, फजल खैबर पख्तूनख्वा में बैठक करेंगे, पश्तूनख्वा मिल्ली अवामी पार्टी (पीकेएमएपी) के अध्यक्ष महमूद खान अचकजई बलूचिस्तान में, जबकि जेयूआई-पी अध्यक्ष शाह ओवैस नूरानी सिंध में एक बैठक करेंगे। फजल ने कहा, एक सेमिनार भी आयोजित किया जाएगा। लेकिन इससे पहले मैं वकीलों की समिति - सुप्रीम कोर्ट बार एसोसिएशन और पाकिस्तान बार काउंसिल - से मिलूंगा और विचार-विमर्श करूंगा। --आईएएनएस एकेके/एएनएम