नई दिल्ली, रफ्तार न्यूज डेस्क। Adhir Ranjan Chowdhury: लोकसभा में विपक्ष के नेता अधीर रंजन चौधरी ने सोमवार को मणिपुर मामले पर भाजपा नेताओं के बयान को लेकर नाराजगी जताई है। अधीर रंजन ने कहा कि हम लोग तो सांसदों का प्रतिनिधिमंडल लेकर मणिपुर गए थे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री भी अपने घटक दलों के सांसदों को लेकर जाएं और फिर आकर हम से टक्कर लें। उन्होंने आगे कहा कि इसीलिए तो हम लोगों ने अविश्वास प्रस्ताव दिया है।
पहले अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा की मांग
अधीर रंजन चौधरी ने साथ ही यह भी मांग की कि पहले अविश्वास प्पस्ताव पर चर्चा होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि जब अविश्वास प्रस्ताव लंबित है तो सबसे पहले चर्चा अविश्वास पत्र पर होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दिल्ली वाले बिल पर भी चर्चा हो जाएगी लेकिन सबसे पहले अविश्वास प्रस्ताव पर चर्चा हो। उन्होंने आगे कहा कि फिलहाल उन्हें बीएसी की बैठक के बारे में कोई जानकारी नहीं मिली है।
हिंसा में 160 से ज्यादा लोगों की मौत
मणिपुर में पर्वतीय जिलों में तीन मई को अनुसूचित जनजाति का दर्जा देने की मैतेई समुदाय की मांग के विरोध में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद राज्य में शुरू हुई जातीय हिंसा में अब तक 160 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। प्रदेश की आबादी में मैतेई समुदाय के लोगों की संख्या करीब 53 प्रतिशत है और वे लोग मुख्य रूप से इंफाल घाटी में रहते हैं।