यूपीएमआरसीएल की अपील, मकर संक्रांति पर मेट्रो के आस-पास चाइनीज मांझे से न उड़ाए पतंग

UPMRCL's appeal, do not fly kites from the Chinese side around the Metro on Makar Sankranti
UPMRCL's appeal, do not fly kites from the Chinese side around the Metro on Makar Sankranti

लखनऊ,11 जनवरी (हि.स.)। उत्तर प्रदेश मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (यूपीएमआरसीएल) ने मकर संक्रांति पर्व पर लखनऊ मेट्रो कॉरिडोर के आस-पास चाइनीज मांझे से पतंग न उड़ाने की अपील की है। यूपीएमआरसीएल ने पतंगबाजी से मेट्रो संपत्ति को होने वाले नुकसान के बारे में लखनऊ में तीन दिवसीय जागरूकता अभियान चलाया है। यूपीएमआरसीएल के डीजीएम प्रथम हितेश चंदानी ने सोमवार को बताया कि यात्रियों को होने वाली परेशानी और मेट्रो संपत्ति को होने वाले नुकसान के बारे में जागरुकता अभियान चलाकर लोगों को चाइनीज मांजे और धातु (मेटेलिक) धागे से पतंगबाजी न करने की अपील की है। जागरूकता अभियान लखनऊ के आलमबाग, सिंगार नगर, विश्वविद्यालय, बादशाह नगर व लेखराज मेट्रो स्टेशन के आस-पास चलाया गया। इस दौरान चाइनीज मांझों व मैटेलिक थ्रेड से पतंग न उड़ाने को लेकर मेट्रो कर्मियों ने स्थानीय लोगों को गुलाब का फूल देकर पतंगबाजी न करने की अपील की। दरअसल,पिछले 03 वर्षों में चाइनीज मांझे की वजह से मेट्रो की ओएचई (बिजली का तार) में 500 से अधिक बार शॉर्ट शर्किट की समस्या उत्तपन्न हुई है। इससे न सिर्फ यात्रियों को असुविधा का सामना करना पड़ा है बल्कि इससे मेट्रो संपत्ति को भी भारी नुकसान हुआ है। चाइनीज मांझा या मेटेलिक थ्रेड बिजली का अच्छा चालक होता है। पतंग उड़ाते समय जब मांझा ओएचई के संपर्क में आता है तो वहां शॉर्ट सर्किट हो जाता है। ऐसे में कई बार ओएचई टूट कर गिर जाती है जिससे मेट्रो ट्रैफिक बाधित होता है। इससे मेटेलिक थ्रेड के ओएचई के संपर्क में आने पर जान का खतरा रहता है।लखनऊ व आसपास के इलाकों में मकर संक्रांति के दिन पतंग उड़ाने का रिवाज है। ऐसे में मेट्रो कॉरिडोर के आस-पास पतंगबाजी न हो इसके लिए मेट्रो प्रशासन ने पहले से ही तैयारी कर ली है। हिन्दुस्थान समाचार/ दीपक/संजय-hindusthansamachar.in

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