नई दिल्ली, रफ्तार डेस्क। उत्तर प्रदेश में ग्राहकों को जल्द महंगी बिजली का झटका लग सकता है। बिजली कंपनियां बिजली उपभोक्ताओं को जोर का झटका देने की तैयारी में लगी हुई है। प्रदेश में बिजली के दाम 28 पैसे से लेकर 1.09 प्रति यूनिट के हिसाब से बढ़ाए जा सकते हैं। इसके लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया है। एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक उत्तर प्रदेश पावर कॉरपोरेशन अब उपभोक्ताओं पर 'ईंधन अधिभार' यानी कि फ्यूल सरचार्ज लगाने की तैयारी कर रहा है, जिसके लिए आयोग ने नियामक दे दिया है। इसके अलावा कॉर्पोरेशन उपभोक्ताओं से बकाया वसूल करने की बात कर भी कह रहा है।
प्रस्ताव को लागू नहीं होने दिया जाएगा- परिषद
आपको बता दें अगर कॉरपोरेशन की दर को नियामक आयोग मान लेता है तो प्रदेश में बिजली के दाम 28 पैसे प्रति यूनिट से लेकर 1.09 रुपए प्रति यूनिट महंगी हो जाएगी। इसके अलावा कॉर्पोरेशन ने उपभोक्ताओं से 1437 करोड़ की वसूली करने की बात भी कही है, जिसके लिए 61 पैसे प्रति यूनिट के आधार पर अलग-अलग श्रेणी में औसत बिलिंग की दर तैयार की गई है। हलांकि राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद का मानना है कि किसी भी कीमत पर इस प्रस्ताव को लागू नहीं होने दिया जाएगा।
परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार ने कही बड़ी बात
राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा के मुताबिक पावर कॉरपोरेशन के इस प्रस्ताव को लागू नहीं होने दिया जाएगा क्योंकि विद्युत निगम पर पहले से ही करीबन 3122 करोड़ सरप्लस निकल रहा है। अगर यह फॉर्मूला अपनाया जाता तो उपभोक्ताओं को 30 पैसे प्रति यूनिट का फायदा मिलता है। नियामक आयोग ने जून 2020 में बने कानून के फॉर्मूले को नहीं अपनाया था। ऐसे में सरचार्ज पर लगाने का प्रस्ताव तत्काल से खारिज किया जाए।
किस पर कितना पड़ेगा प्रभाव
उपभोक्ताओं पर ईंधन अधिभार यानी कि फ्यूल सरचार्ज लगाने के बाद घरेलू बीपीएल के लिए 28 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी होगी और घरेलू सामान्य के लिए 44 से 56 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी होगी। वहीं कमर्शियल की बात करें तो इसमें 49 से 87 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी होगी, तो वहीं किसान के लिए 19 से 52 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी हो सकती है। वहीं नॉन इंस्ट्री ब्लैकलोड के के लिए 76 7.0 रुपए प्रति यूनिट की बढ़ोतरी और भारी उद्योग के लिए 54 से 64 पैसे प्रति यूनिट की बढ़ोतरी की जा सकती है।