मीरजापुर : मड़िहान के पूर्व विधायक समेत 42 लोगों पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज
- एसआइटी जांच में उजागर हुआ धोखाधड़ी का मामला - शासन के निर्देश पर मड़िहान थाने में मुकदमा दर्ज - मड़िहान के गोपलपुर स्थित नौ हजार बीघा भूमि का मामला मीरजापुर, 30 जून (हि.स.)। मड़िहान क्षेत्र के गोपलपुर स्थित नौ हजार बीघा सोसाइटी की भूमि मामले में कांग्रेस के पूर्व एमएलसी राजेशपति त्रिपाठी व उनके सुपुत्र मड़िहान के पूर्व विधायक ललितेशपति त्रिपाठी, सोसाइटी के सचिव बैजनाथ सिंह समेत कुल 42 लोगों के खिलाफ मड़िहान थाने में धोखाधड़ी का मुकदमा शासन के निर्देश पर दर्ज कराया गया है। सोनभद्र उभ्भा घटना कांड के बाद मीरजापुर-सोनभद्र में भूमि मामले में हुए खेल को उजागर करने के लिए प्रदेश शासन द्वारा एसआइटी का गठन किया गया था। इसकी अध्यक्षता रेणुका कुमार ने की और उनकी टीम द्वारा गोपलपुर सोसाइटी समेत मड़िहान क्षेत्र की चार सोसाइटी की भूमि की जांच चल रही थी। इसमें मुख्य रूप से गोपलपुर के अलावा पटेहरा कलां, बसही और ददरा की सोसाइटी भी शामिल है। आरोप है कि सोसाइटी के सचिव बैजनाथ सिंह से जवाब मांगा गया था, जो जवाब संतोषजनक नहीं पाया गया और भूमि को पूल्ड भी नहीं किया गया था। साथ ही जब सोसाइटी का गठन किया गया तो सदस्यों की संख्या 17 थी जो बढ़कर 42 हो गई। हालांकि समिति की ओर से यह दावा किया गया कि यह सदस्यों की संख्या इसलिए बढ़ी है कि जिनके स्वजन दिवंगत होते गए उनको वारिसान के स्थान पर नाम बढ़ता गया। लेकिन उनके द्वारा तहसील से जारी किया गया किसी भी प्रकार का वारिस प्रमाण पत्र प्रस्तुत नहीं किया गया। इसको जांच टीम ने अवैध मानते हुए मुकदमा दर्ज करने का निर्देश दिया। थाना प्रभारी मड़िहान राजकुमार सिंह ने बताया कि एआर को-आपरेटिव की तहरीर पर मड़िहान के पूर्व विधायक समेत 42 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है। सोनभद्र नरसंहार के बाद खुलने लगी थी फाइलें 17 जुलाई 2019 को सोनभद्र में 11 लोगों की भूमि विवाद को लेकर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसके बाद मुख्यमंत्री द्वारा मामले को संज्ञान में लेकर भूमि विवाद को खत्म करने के लिए एसआइटी का गठन किया गया और भूमि की जांच उच्च स्तरीय टीम से कराई गई। इसमें कांग्रेस परिवार से जुड़ी नौ हजार बीघा भूमि गलत तरीके से पाए जाने का आरोप लगाते हुए सहायक आयुक्त एवं सहायक निबंधक सहकारिता मीरजापुर मित्रसेन वर्मा द्वारा धोखाधड़ी की तहरीर के आधार पर शासन के निर्देश पर मुक़दमा दर्ज किया गया है। इसमें कुल 42 लोगों के नाम शामिल है, जिसमें पांच महिलाएं भी है। दूसरे प्रांत के लोगों के भी नाम शामिल धोखाधड़ी का मुकदमा जिन लोगों के नाम दर्ज हुआ है, उनमें अन्य प्रांत के लोगों का भी नाम शामिल है। इसमें मुख्य रूप से विनायकराव भट्ट पुणे महाराष्ट्र, केके शर्मा रोहतास बिहार, सबसे ज्यादा नाम वाराणसी जनपद के कामाक्षा के लोगों का नाम शामिल है। उसके बाद कानपुर, सैदपुर गाजीपुर, गोपलपुर, कलवारी के लोगों के नाम शामिल हैं। हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/विद्या कान्त