कन्नौज : दानवीर सम्राट हर्ष की धरती गद्दार पैदा नही कर सकती - कात्यायन
- महाराज जयचंद्र स्मृति समिति ने दोहराई चुनौती, गद्दार साबित करने वाले को पांच लाख इनाम कन्नौज, 11 मार्च (हि. स.)। आज कान्यकुब्ज शिक्षा एवं समाज सेवा समिति द्वारा प्रति वर्ष महाशिवरात्रि पर आयोजित होने वाले महाराजा जयचंद स्मृति समारोह को बहुत धूमधाम से आयोजित किया गया। इस मौके पर कन्नौज के इतिहास पर नजर डालते हुऐ कई कवियों और इतिहासकारों ने अपने विचार प्रकट किये। कन्नौज वासियों ने समिति के अध्यक्ष नवाब सिंह यादव को इस समारोह को सफलतापूर्वक करवाने के लिये पगड़ी पहनाकर माला पहनाकर स्वागत किया मुख्य वक्ता डॉ नरेश कात्यायन ने कहा कि कन्नौज का इतिहास गौरवमय रहा है। एक समय यह सम्पूर्ण भारत देश की राजधानी रहा। भारत जिसके सम्राट हर्षवर्धन, जिन्हे दुनिया का सबसे दानवीर सम्राट कहा जाता है। ऐसे दानवीरो की धरती क्या कभी कोई गद्दार पैदा कर सकती है। कुछ चाटुकार इतिहासकारों ने वीर महाराजा जयचंद के चरित्र की दागदार बनाने का काम किया है। महाराजा जयचंद बहुत वीर सम्राट थे। उन्होंने अपनी जन्मभूमि की रक्षा के लिये अपने प्राणों की आहुति हसते हसते दे दी। ऐसे सम्राट को गद्दार बताने वाले को समिति के लोग चैलेज करते है कि वो सम्राट जयचंद को गद्दार सिद्द कर दे तो समिति उसे पांच लाख रुपए ईनाम देगी। इस मौके पर मंच का संचालन डॉ अमरनाथ दुबे ने किया। कवि विश्वनाथ दुबे, कवि मदन तिवारी, सपा के पूर्व जिलाध्यक्ष मुन्ना दरोगा, कवि सुशील राकेश, कवि ओमप्रकाशअज्ञात, कवि अजीत राय, अनुराग मिश्रा, सदर ब्लॉक प्रमुख नीलू यादव सहित हजारो की संख्या में कन्नौज वासी मौजूद रहे। हिन्दुस्थान समाचार/संजीव