फर्रुखाबाद : आलू पर छाई मंदी के घाटे को मूंगफली की फसल से किया जा रहा पूरा

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फर्रुखाबाद, 04 जुलाई (हि.स.)। गर्मी में पैदा की गई मूंगफली की फसल के भाव किसानों को अच्छे मिल रहे हैं। किसानों को तीन हजार रुपये प्रति बीघा शुद्ध लाभ हो रहा है। ऐसा किसानों का मानना है कि आलू पर छाई मंदी की वजह पड़ रहे घाटे को मूंगफली की फसल से पूरा हो रहा है।

नगला जसे के रहने वाले किसान राम बहादुर का कहना है कि आलू की फसल खुदने के बाद किसान उसी खेत मे मुंगफली की फसल बो देता है। उन्होंने एक एकड़ भूमि पर आलू की फसल खोदने के बाद मूंगफली की फसल बोई थी।

इस समय मूंगफली तैयार हो गई है। रामबहादुर का कहना है कि एक बीघा खेत मे मूंगफली तैयार करने में एक हजार रुपये का बीज 500 रुपये पानी, खुदाई, आदि में खर्च हो जाता है। एक बीघा खेत मे तकरीबन एक कुंतल मूंगफली तैयार होती है। मौजूदा समय मे मूंगफली के भाव 4500 रुपये प्रति कुंतल चल रहे हैं, जिससे तीन हजार रुपये बीघा किसानों को शुद्ध लाभ हो रहा है।

किसान राम बहादुर बताते हैं कि उन्होंने एक एकड़ भूमि प्रलु खोदने के बाद मूंगफली की फसल तैयार की है, जिसमे 15 हजार रुपये बचत आई है। उनका कहना कि आलू में जितना घाटा मंदी के चलते पड़ रहा है उसको मूंगफली पूरा कर रही है। जिला कृषि अधिकारी एसके सिंह का कहना है कि इस साल आलू खोदने के बाद 500 हेक्टेयर भूमि पर मूंगफली बोई गई थी, जिसमे किसानों को खासा लाभ हो रहा है। अगले साल गर्मियों में मूंगफली पैदा करने का क्षेत्रफल बढ़ाया जाएगा।

हिन्दुस्थान समाचार/चन्द्रपाल/दीपक

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