मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए प्रतिदिन आ रहे आवेदन
मीरजापुर, 30 अप्रैल (हि.स.)। कोरोना की दूसरी लहर से हर कोई सहमा है। यही नहीं, परेशानी भी बढ़ गई है। अगर किसी की मौत हो गई तो परेशानी और अधिक हो जाती है। कोरोना संक्रमण काल में बढ़ी मौतों की संख्या से सरकारी कार्यालयों में मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए भीड़ लग रही है। नगर पालिका के जन्म-मृत्यु पंजीयन कार्यालय में प्रतिदिन लगभग 50 आवेदन आ रहे हैं। कम्प्यूटर आपरेटर साईं का कहना है कि कोरोना प्रोटोकाल का अनुपालन कराते हुए घंटाघर स्थित कार्यालय पर प्रमाण पत्र के लिए आवेदन लिया जा रहा है, लेकिन कोरोना के चलते तय समय सीमा में प्रमाण-पत्र निर्गत नहीं हो पा रहे हैं। वर्तमान में करीब 250 प्रमाण पत्र पेंडिंग हैं। कहा कि मृत्यु प्रमाण पत्र बनवाने के लिए सभासद या हास्पिटल का रिपोर्ट देना होगा। मृतक का आधार कार्ड व सूचना देने वाले का भी आधार कार्ड जमा करना होगा। मृत्यु प्रमाण पत्र के लिए सरकारी शुल्क 20 रुपये है। यदि किसी बाहरी व्यक्ति की मृत्यु यहां हुई है तो मृत्यु प्रमाण पत्र यहीं से बनेगा। उन्होंने बताया कि जन्म व मृत्यु की तिथि से एक माह के भीतर अस्पताल द्वारा निर्गत पर्चा, घर होने पर स्थानीय पार्षद द्वारा प्रमाणिकता का आधार पत्र। एक सप्ताह के अंदर प्रमाण पत्र निर्गत। जन्म व मृत्यु की तिथि से एक माह बाद व एक वर्ष के भीतर, नियमानुसार एक स्व-प्रमाणित घोषणा पत्र एवं आवेदन पत्र, जिसमें जन्म-मृत्यु से सम्बंधित ठोस साक्ष्य उपलब्ध हों। इसके बाद स्थलीय सत्यापन रिपोर्ट के आधार पर प्रमाण पत्र निर्गत होगा। जन्म व मृत्यु की तिथि से एक वर्ष के बाद, नियमानुसार एक स्व-प्रमाणित घोषणा पत्र एवं आवेदन देना होगा। जिसमें जन्म-मृत्यु से सम्बंधित ठोस साक्ष्य उपलब्ध हो। स्थलीय सत्यापन रिपोर्ट के आधार पर प्रमाण पत्र निर्गत होगा। हिन्दुस्थान समाचार/गिरजा शंकर/विद्या कान्त