जर्जर पड़े जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान की बदलने लगी सूरत
कानपुर देहात, 18 फरवरी (हि.स.)। देश और प्रदेश सरकार की शिक्षा नीति को बेहतर और अच्छा बनाने का सपना जनपद के सरकारी विद्यालयों में किया जा रहा है। शासन द्वारा स्वीकृत हुई धनराशि से अब जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान की सूरत बदल रही है। जिला शिक्षा प्रशिक्षण संस्थान ब्लॉक अजीबो गरीब नाम दे देते थे। आज वह जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान देखने लायक है। जिस तरह देश और प्रदेश की सरकार गरीबों और मध्यमवर्गीय लोगों के लिए नई नई योजनाएं ला रही है। वहीं सरकार ने शिक्षा को भी अलग अहमियत दे रखी है। जिसके चलते जर्जर पड़े शिक्षा संस्थान अब अपनी सूरत बदलते नजर आ रहे हैं। इसी कड़ी में जनपद की बहुत पुरानी जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान पुखरायां के दिन अब बहुर गए हैं। उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा धनराशि स्वीकृत होने के बाद जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान का सुंदरीकरण तेजी से हो रहा है। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्राचार्य सच्चिदानंद यादव की सक्रिय भूमिका के चलते संस्थान की इमारत बहुत जल्द अनोखे रूप में होगी। जिस जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान में स्टाफ को बैठने के लिए जगह नहीं थी अब वहां स्टाफ रूम भी बन गया है। साथ ही बैठकों और प्रशिक्षण के लिए एक विशालकाय ऑडिटोरियम तैयार हो रहा है। लगभग इसी माह में ऑडिटोरियम बनकर तैयार हो जाएगा। इसके अतिरिक्त डायट के पूरे परिसर में फुलवारी और पौधरोपण कर प्राकृतिक वातावरण बनाया गया है। डायट प्राचार्य सच्चिदानंद यादव ने बताया कि लगातार सुंदरीकरण और भवन निर्माण का कार्य चलता रहेगा। शासन की मंशा के अनुरूप संस्थान कार्य कर रहा है। कोरोना वायरस के चलते ये कार्य नहीं हो सके थे। इसके बाद अब तेजी से सुंदरीकरण के कार्य हो रहे हैं। उन्होंने कहा कि केवल विद्यालय की साज-सज्जा ही काफी नहीं रहेगी बल्कि जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान के प्रशिक्षुओं को गुणवत्ता परक शिक्षा देना भी प्राथमिकता रहेगी। हिन्दुस्थान समाचार/अवनीश-hindusthansamachar.in